लखनऊः सपा मुख्यालय पर आयोजित विधायकों की बैठक देर शाम तक चलती रही. बैठक से बाहर निकले विधायकों ने बताया कि इस बैठक में समाजवादी पार्टी के दोनों विधान परिषद प्रत्याशियों को जिताने की रणनीति पर चर्चा हुई. मीडिया से बातचीत करते हुए कानपुर के सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने विधान परिषद चुनाव में अपने दो प्रत्याशी उतार दिए हैं, जिनका नामांकन गुरुवार को किया जाएगा.
विधायक अमिताभ बाजपेई ने कहा कि राज्यसभा चुनाव में जिस तरह से भाजपा बसपा गठजोड़ का खुलासा हुआ था. ओवैसी के बयान पर विधायक अमिताभ बाजपेई का कहना है. अभी तक हमने ओवैसी का बयान नहीं सुना पर हम यह जानना चाहते हैं कि इन 4 वर्षों में ओवैसी उत्तर प्रदेश कितनी बार दौरे पर आए. विधायक का कहना कि बीजेपी और बीएसपी के गठजोड़ से प्रदेश की जनता वाकिफ है. मेरठ के विधायक रफीक अंसारी का कहना है कि इस बैठक में हम लोगों को विधान परिषद के दोनों प्रत्याशियों को जिताने की बात कही गई. इसके साथ ही गुरुवार 11 बजे बैठक बुलाई गई है, जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी.
मोदी के नाम पर जीते हैं साक्षी महाराज
कानपुर के विधायक इरफान सोलंकी का कहना है कि इस बैठक में विधान परिषद के प्रत्याशियों को जिताने की रणनीति पर चर्चा हुई. जिस तरह से राज्यसभा में नामांकन रद्द हो गया था. इस बार उन कमियों पर भी चर्चा हुई और बीजेपी की चाल को इस बार कामयाब नहीं होने देंगे. साक्षी महाराज के बयान पर उन्होंने कहा कि साक्षी महाराज मोदी के नाम पर चुनाव जीते हैं और उन्हें समाचार पत्रों में बने रहना आता है. आजमगढ़ से विधायक संग्राम सिंह यादव ने बताया कि इस बैठक में अखिलेश यादव ने 2022 में रणनीति बनाकर काम करने के लिए कहा है.
2022 का हुआ आगाज
संभल से सपा विधायक पिंकी यादव का कहना है कि इस बैठक में अखिलेश यादव ने विधान परिषद के चुनाव को लेकर रणनीति पर चर्चा की. इसके साथ ही दोनों प्रत्याशियों को जिताने की बात कही. वहीं मुरादाबाद के विधायक फहीम का कहना है कि 2022 का आगाज हो चुका है. इस बैठक में विधान परिषद चुनाव के साथ-साथ 2022 की भी रणनीति बनाई गई है. उन्होंने कहा कि यह बैठक 2022 की रिहर्सल है.