लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी की मानसिकता को संकीर्ण करार दिया है. उन्होंने कहा कि राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार अपनी संकीर्ण मानसिकता के चलते विपक्ष के नेताओं के प्रति बदले की भावना से काम करने से बाज नहीं आ रही है.
अखिलेश ने कहा कि रमजान के पवित्र महीने में भी इबादत और रोजे की फर्ज अदायगी में बाधा डालने में भाजपा को कोई संकोच नहीं है. सीतापुर की जेल में सपा के वरिष्ठ नेता मोहम्मद आजम खां, उनकी पत्नी तंजीम फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम के साथ दुर्व्यवहार हो रहा है. आजम खां की पत्नी को चोट लग गई है. उन्हें बहुत दिक्कत है. फिर भी भाजपा को इससे कोई लेना-देना नहीं है.
सुविधा मिलने पर कोरोना को हराएगी जनता
उन्होंने कहा है कि 2022 तक सबको घर देने का वादा करने वाले आज बेघर भटकते भूखे-प्यासे लोगों को एक वक्त की रोटी तक नहीं दे पा रहे हैं. इतिहास गवाह रहा है, सड़कों पर उतरी जनता ने सर्वशक्तिमान होने का दम्भ भरने वाले बड़े-बड़े सूरमाओं को पैदल कर दिया है. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार आत्मप्रशंसा में मगन सरकार ढुलमुल फैसलों की वजह से व्यवस्था करने में असफल रही है. इसका खामियाजा जनता भुगत रही है. यदि सरकार रोजगार और खाने का प्रबंध कर दे तो कोरोना को सरकार नहीं जनता हरा देगी. अखिलेश ने कहा कि सरकारी दावों के बावजूद झांसी, ललितपुर, मथुरा समेत कई सीमावर्ती क्षेत्रों से मजदूर अब भी फंसे हैं.
प्रदेश में मजदूरों की सुरक्षा भगवान भरोसे है. ललितपुर में तिपहिया गाड़ी पलटने से 10 मजदूर घायल हो गए हैं. सभी मजदूर महाराष्ट्र से जौनपुर और प्रतापगढ़ लौट रहे थे. विगत डेढ माह में दूसरे राज्यों से लौटने वाले सैकड़ों कामगारों और श्रमिकों की दुखद मौत हो चुकी है. अखिलेश ने निशाना साधा है कि जो ट्रेनें भाजपा राज में चलने जा रही हैं, सब एसी कोच हैं. किराया भी राजधानी के बराबर है. इन ट्रेनों में जनरल या स्लीपर के डिब्बे नहीं होंगे. इन सुविधाओं का लाभ संपन्न वर्ग ही उठा पाएंगे. गरीबों को इसका लाभ कहां मिलने वाला है.