लखनऊ : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को लोकसभा प्रभारियों, वरिष्ठ नेताओं के साथ लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर मंथन किया. बैठक में आजमगढ़ क्षेत्र के पार्टी नेताओं के साथ मुख्य रूप से बैठक की गई, इसमें तमाम वरिष्ठ नेता उपस्थित हुए. बैठक में अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान को व्यवस्थित तरीके से कराए जाने के पार्टी पदाधिकारियों को दिशा निर्देश दिए.
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने कार्यकर्ताओं को समाजवादी पार्टी के विरूद्ध भाजपा द्वारा किए जा रहे षड्यंत्रों से सचेत किया है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि 'भाजपा का चरित्र सत्ता का दुरुपयोग करने का है. लोगों में भ्रम पैदा करने में भाजपा और आरएसएस माहिर है. समाजवादी पार्टी के नेतृत्व को बदनाम करने में भाजपा कोई कसर नहीं छोड़ती है, इसलिए एकजुटता के साथ भाजपाई साजिशों का मुकाबला करने के लिए समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को सतर्क एवं तैयार रहना होगा. पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा जान बूझकर लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ कर रही है. वह पीडीए-पिछड़ों, दलितों, अल्पसंख्यकों को संवैधानिक व्यवस्था से बाहर कर रही है. कहा कि भाजपा सरकार भ्रष्टाचार में आकण्ठ डूबी हुई है. भाजपा समाज में नफरत फैलाने की रणनीति को आगे बढ़ा रही है. भाजपा जातीय जनगणना की विरोधी है. भाजपा सामाजिक न्याय के भी विरुद्ध है. इसीलिए वह समाज को बांटने का काम कर रही है. किसान, गरीब, उसकी प्राथमिकता में नहीं है. नौजवानों का भविष्य अंधेरे में है. महिलाएं-बेटियां रोज अपमानित और दुष्कर्म की शिकार हो रही हैं. भाजपा सरकार को इनकी चिंता नहीं.'
बैठक में उन्होंने कहा कि '2024 का चुनाव आने वाली पीढ़ी के भविष्य का चुनाव है. भाजपा आने वाली पीढ़ी का भविष्य बिगाड़ने की कोशिश में है. देश के सामने बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार जैसी बड़ी समस्याएं हैं. भाजपा इनसे ध्यान भटका कर इस बड़ी लड़ाई को कमजोर करना चाहती है. समाजवादी पार्टी भाजपा के मुकाबले के लिए तैयार है. समाजवादी पार्टी की नीतियों और विचारधारा पर लोगों का भरोसा है. समाजवादी सरकार में हुए विकास कार्यों और उपलब्धियों को बस जन-जन तक पहुंचाना है. लोक कल्याणकारी राज की स्थापना के लिए भारतीय संविधान को बचाना जरूरी है.'
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