लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधा है. पार्टी मुख्यालय की तरफ से जारी बयान में अखिलेश ने कहा कि वर्ष 2020 के प्रारम्भ के साथ जनता को उम्मीद थी कि भाजपा सरकार जनहित की दिशा में कोई कदम उठाएगी, लेकिन भाजपा की सरकार ने तो नए वर्ष के साथ ही नई समस्याएं पैदा करना शुरू कर दिया है. अर्थव्यवस्था सुधरी नहीं, मंहगाई चरम पर पहुंच गई. उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकारों में संवैधानिक संस्थाओं पर खतरा मंडरा रहा है.
अखिलेश यादव ने कहा कर्ज में डूबे किसानों की आत्महत्याएं थम नहीं रही हैं
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में नौजवानों की समस्याओं का कोई समाधान नहीं हुआ. बेरोजगारों की फौज बढ़ती जा रही है. किसानों की हालत दयनीय है. कर्ज में डूबे किसानों की आत्महत्याएं थम नहीं रही हैं. छात्रों को शिक्षा से वंचित किया जा रहा है. सरकारी शह पर विश्वविद्यालयों की स्वायत्तता पर आघात हो रहा है और उन्हें बदनाम किया जा रहा है.
महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा खतरे में है
अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा नोटबंदी और जीएसटी लागू करने के बाद देश में व्यापार और भी चौपट हो गया है. केन्द्र सरकार की मेक इन इण्डिया, स्टार्ट अप इण्डिया, मुद्रालोन आदि योजनाओं का अब नाम भी नहीं सुनाई पड़ता है. उन्होंने कहा कि महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा खतरे में है.
सरकारी हिंसा में निर्दोषों की मौतें हो रही हैं
भाजपा सरकार की विद्वेषपूर्ण नीतियों के चलते प्रदेश में कानून व्यवस्था की हालत दिन पर दिन बिगड़ती जा रही है. विद्युत उत्पादन एक यूनिट भी नहीं है. सरकारी हिंसा में निर्दोषों की मौतें हो रही हैं. गरीबों की कहीं कोई सुनवाई नहीं होता. उस पर सीएए, एनपीआर और एनआरसी के बहाने समाज को बांटने और आतंकित करने की साजिशें हो रही हैं.
समाजवादी सरकार के विकास कार्यों को सामने आने से रोक नहीं सकती
अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी अन्याय और अनीति के खिलाफ शुरू से ही संघर्ष कर रही है. समाजवादी पार्टी राज्य में नया सवेरा लाने के लिए प्रयासशील है. अपने कार्यकाल में समाजवादी सरकार ने जनहित के तमाम शानदार योजनाएं लागू की थी.
दिल बहलाने के लिए सपा सरकार के कामों को भाजपा कब तक अपना काम बताते रहेंगे? भाजपा लाख कोशिश कर ले, लेकिन समाजवादी सरकार के विकास कार्यों को सामने आने से रोक नहीं सकती है. 2022 में सत्ता में आने पर समाजवादी पार्टी फिर प्रदेश में नई उम्मीदों के साथ राज्य को विकास के रास्ते ले जाएगी.
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