लखनऊ : सपा नेता अखिलेश यादव ने भाजपा की केंद्र और प्रदेश सरकार पर किसानों की बदहाली को लेकर हमला बोला है. उन्होंने आगरा में एक किसान की ओर से इच्छा मृत्यु की मांग किए जाने का हवाला देते हुए कहा है कि इससे ज्यादा शर्मनाक कुछ और नहीं हो सकता.
आगरा में एक किसान ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत मिले 2 हजार रुपये प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेज दिए हैं. साथ ही एक चिट्ठी भी भेजी है जिसमें मुख्यमंत्री से इच्छा मृत्यु की अनुमति देने की मांग की गई है.
किसान के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांगी गई इच्छा मृत्यु के मामले का उदाहरण देते हुए अखिलेश यादव ने ट्वीट किया है कि एक तरफ ढाई लोग और उनके मंत्री नाम बदलने में व्यस्त है, तो दूसरी तरफ एक किसान सरकार से आत्महत्या की आज्ञा लेने पर मजबूर हो गया. उन्होंने कहा कि दिनभर खेतों में मेहनत और चौकीदारी करने के बाद भी अन्नदाता किसान अपना पेट नहीं भर पा रहा है. यह कितने शर्म की बात है कि दूसरों का पेट भरने वाला किसान खुद भूखा मरे.
आगरा के बरौली अहीर के निवासी आलू उत्पादक किसान प्रदीप शर्मा ने मुख्यमंत्री को भेजे गए पत्र में कहा है कि वह पिछले 4 साल से किसानों को हुए नुकसान का मुआवजा मिलने की उम्मीद लगाए हुए हैं. लेकिन अब तक नाकामी ही हाथ लगी है. किसान का दावा है कि वह 35 लाख के कर्ज में डूबा हुआ है. ऐसे में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से मिले 2 हजार रुपये उसके लिए निरर्थक हैं.