लखनऊ : पहले किए गए वादे के अनुसार, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने चाचा शिवपाल सिंह यादव को तो बड़ी जिम्मेदारी देने ही वाले हैं. साथ ही शिवपाल सिंह यादव के करीबी नेताओं को भी समाजवादी पार्टी संगठन में जिम्मेदारी दी जाएगी. इसके अलावा प्रगतिशील समाजवादी पार्टी में शामिल रहे वरिष्ठ नेताओं को भी समाजवादी पार्टी के प्रदेश संगठन में भी समायोजित करने की रणनीति बनाई गई है. शिवपाल यादव के करीबियों को पुरस्कार देने की शुरुआत निकाल चुनाव से होगी. निकाय चुनाव में शिवपाल के करीबी नेताओं को सपा के टिकट पर मैदान में उतारा जाएगा. यह जानकारी समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता रविदास मेहरोत्रा ने दी.
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव अब पूरी तरह से चाचा शिवपाल सिंह यादव का सम्मान करने तैयारी कर रहे हैं. निकाय चुनाव की तैयारियों के बीच शिवपाल सिंह यादव के करीबी नेताओं से संगठन के स्तर पर आवेदन मांगे गए हैं. अभी सीटों के हिसाब से स्क्रीनिंग हो रही है, फीडबैक मिलने के बाद प्रत्याशी की घोषणा की जाएगी. शिवपाल सिंह यादव से प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अस्तित्व में रहने के दौरान उनके साथ जुड़े रहे नेताओं के नाम की सूची मांगी गई है. आने वाले वक्त में इन नेताओं को समाजवादी पार्टी के संगठन में समायोजित किया जाएगा. उन्हें जिला अध्यक्ष, प्रदेश कार्यकारिणी या राष्ट्रीय कार्यकारिणी में जिम्मेदारी मिल सकती है. सपा के नेताओं को उम्मीद है कि अखिलेश यादव के इस फैसले से नगर निकाय चुनाव और लोकसभा चुनाव 2024 में समाजवादी पार्टी को बेहतर परिणाम मिल सकेंगे.
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता विधायक रविदास मेहरोत्रा ने बताया कि शिवपाल सिंह यादव के समाजवादी पार्टी में पूरी तरह से साथ आने से समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता और नेताओं में उत्साह है. उनके करीबियों को नगर निकाय चुनाव में उम्मीदवार बनाने की बात कही गई है. पार्टी ने तय किया है कि उनके करीबियों को भी चुनाव लड़ाया जाएगा. इसके अलावा उनके साथ के पुराने नेता हैं, उन नेताओं को भी समाजवादी पार्टी संगठन में समायोजित करने का फैसला किया गया है.
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