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चुनाव आयोग की वेबसाइट में एक शख्स की 'डिजिटल सेंधमारी' पर अखिलेश का ट्विटर वार

उत्तर प्रदेश चुनाव आयोग की वेबसाइट में एक शख्स ने 'डिजिटल सेंधमारी' की है. उसने नकली वोटर आईडी कार्ड बनाये हैं.

अखिलेश का ट्विटर वार
अखिलेश का ट्विटर वार
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Published : Aug 13, 2021, 7:04 PM IST

लखनऊः एसपी सुप्रीमो अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश चुनाव आयोग की वेबसाइट में एक युवक की 'डिजिटल सेंधमारी' को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि सेंधमारी कर नकली वोटर आईडी कार्ड बनाए जाने की ख़बर बेहद गंभीर है. ऐसे घपलों के लिए पूरे राज्य में जांच होनी चाहिए. जिससे पता चले कि कहीं इसे राज्याश्रय तो नहीं मिला है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ये चुनाव आयोग की सुरक्षा ही नहीं बल्कि गरिमा का भी सवाल है.

आपको बता दें कि निर्वाचन आयोग की वेबसाइट हैक करने की कोशिश किए जाने का मामला सामने आया है. हैकिंग की कोशिश के आरोप में एक युवक को सहारनपुर से गिरफ्तार किया गया है.

निर्वाचन आयोग की वेबसाइट हैक करने के आरोप में विपुल सैनी को गिरफ्तार किया गया है. विपुल उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले का निवासी बताया जा रहा है. युवक को गिरफ्तार करने के मामले में सहारनपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस चेन्नपा ने बताया कि हैकिंग के आरोपी विपुल सैनी ने सहारनपुर के नकुड़ इलाके में अपनी कम्प्यूटर की दुकान में कथित तौर पर हजारों की संख्या में मतदाता पहचान पत्र बनाए थे. पुलिस अधिकारी ने बताया कि विपुल सैनी आयोग की वेबसाइट में उसी पासवर्ड के जरिए लॉगइन करता था, जिसका इस्तेमाल आयोग के अधिकारी करते थे. आयोग को कुछ गड़बड़ी का अंदेशा हुआ और उसने जांच एजेंसियों को इसकी जानकारी दी. एजेंसियों की जांच के दौरान सैनी शक के दायरे में आया और उन्होंने सहारनपुर पुलिस को सैनी के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान सैनी के बताया कि वह मध्य प्रदेश के हरदा निवासी अरमान मलिक के इशारे पर काम कर रहा था और उसने ही तीन महीने में दस हजार से ज्यादा मतदाता पहचान पत्र बना लिए थे. साइबर सेल और सहारनपुर अपराध शाखा के संयुक्त दल ने बृहस्पतिवार को सैनी को गिरफ्तार कर लिया है.

पुलिस अधीक्षक चेन्नपा ने बताया कि जांच में सैनी के बैंक खाते में 60 लाख रुपये पाए गए, जिसके बाद खाते से लेनदेन पर तत्काल रोक लगा दी गई है. उन्होंने कहा कि सैनी के खाते में इतनी रकम कहां से आई इसकी जांच की जाएगी.

इसे भी पढ़ें- कानपुर में धर्मांतरण के नाम पर पिटाई, सपा-कांग्रेस ने योगी सरकार पर साधा निशाना

पुलिस अधिकारी ने बताया कि पूछताछ में सैनी ने बताया कि एक पहचान पत्र के एवज में उसे 100 से 200 रूपये मिलते हैं. उसके घर से पुलिस ने दो कम्प्यूटर भी जब्त किए हैं. जांच एजेन्सी उसे अदालत में पेश करके उसकी न्यायिक हिरासत का अनुरोध करेगी. उन्होंने बताया कि सैनी के पिता किसान हैं. सैनी ने सहारनपुर जिले के एक कॉलेज से बीसीए किया है.

लखनऊः एसपी सुप्रीमो अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश चुनाव आयोग की वेबसाइट में एक युवक की 'डिजिटल सेंधमारी' को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि सेंधमारी कर नकली वोटर आईडी कार्ड बनाए जाने की ख़बर बेहद गंभीर है. ऐसे घपलों के लिए पूरे राज्य में जांच होनी चाहिए. जिससे पता चले कि कहीं इसे राज्याश्रय तो नहीं मिला है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ये चुनाव आयोग की सुरक्षा ही नहीं बल्कि गरिमा का भी सवाल है.

आपको बता दें कि निर्वाचन आयोग की वेबसाइट हैक करने की कोशिश किए जाने का मामला सामने आया है. हैकिंग की कोशिश के आरोप में एक युवक को सहारनपुर से गिरफ्तार किया गया है.

निर्वाचन आयोग की वेबसाइट हैक करने के आरोप में विपुल सैनी को गिरफ्तार किया गया है. विपुल उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले का निवासी बताया जा रहा है. युवक को गिरफ्तार करने के मामले में सहारनपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस चेन्नपा ने बताया कि हैकिंग के आरोपी विपुल सैनी ने सहारनपुर के नकुड़ इलाके में अपनी कम्प्यूटर की दुकान में कथित तौर पर हजारों की संख्या में मतदाता पहचान पत्र बनाए थे. पुलिस अधिकारी ने बताया कि विपुल सैनी आयोग की वेबसाइट में उसी पासवर्ड के जरिए लॉगइन करता था, जिसका इस्तेमाल आयोग के अधिकारी करते थे. आयोग को कुछ गड़बड़ी का अंदेशा हुआ और उसने जांच एजेंसियों को इसकी जानकारी दी. एजेंसियों की जांच के दौरान सैनी शक के दायरे में आया और उन्होंने सहारनपुर पुलिस को सैनी के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान सैनी के बताया कि वह मध्य प्रदेश के हरदा निवासी अरमान मलिक के इशारे पर काम कर रहा था और उसने ही तीन महीने में दस हजार से ज्यादा मतदाता पहचान पत्र बना लिए थे. साइबर सेल और सहारनपुर अपराध शाखा के संयुक्त दल ने बृहस्पतिवार को सैनी को गिरफ्तार कर लिया है.

पुलिस अधीक्षक चेन्नपा ने बताया कि जांच में सैनी के बैंक खाते में 60 लाख रुपये पाए गए, जिसके बाद खाते से लेनदेन पर तत्काल रोक लगा दी गई है. उन्होंने कहा कि सैनी के खाते में इतनी रकम कहां से आई इसकी जांच की जाएगी.

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पुलिस अधिकारी ने बताया कि पूछताछ में सैनी ने बताया कि एक पहचान पत्र के एवज में उसे 100 से 200 रूपये मिलते हैं. उसके घर से पुलिस ने दो कम्प्यूटर भी जब्त किए हैं. जांच एजेन्सी उसे अदालत में पेश करके उसकी न्यायिक हिरासत का अनुरोध करेगी. उन्होंने बताया कि सैनी के पिता किसान हैं. सैनी ने सहारनपुर जिले के एक कॉलेज से बीसीए किया है.

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