लखनऊ : पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा की नीतियां किसान विरोधी और पूंजीपतियों की समर्थक हैं. सरकार की गलत नीतियों से बड़े-बड़े पूंजीपति बैंकों का हजारों करोड़ रुपये लेकर विदेश भाग गए. भाजपा सरकार ने पूंजीपतियों का लाखों करोड़ रुपया माफ कर दिया. वहीं उत्तर प्रदेश में कुछ हजार रुपये कर्ज वसूली में किसान की जान ले ली जा रही है.
सपा मुखिया ने कहा कि भाजपा सरकार के इशारे पर कर्ज वसूली के नाम पर बैंक कर्मी किसानों को बेइज्जत करते हैं. तरह-तरह से प्रताड़ित करते हैं. मंगलवार को लखीमपुर खीरी के गोला गोकर्णनाथ के हैदराबाद थाना क्षेत्र जमालपुर गांव में भूमि विकास बैंक कर्मचारियों की संवेदनहीनता ने दलित किसान छोटेलाल की जान ले ली. किसान ने बैंक से 60 हजार का कर्ज लिया था. जानकारी मिली है कि बैंक के लोग 60 हजार रुपये का ब्याज समेत तीन लाख रुपया वसूलने आए थे. बैंक अधिकारियों ने किसान छोटे लाल को घंटों जीप में बैठाए रखा. प्रताड़ना से आहत किसान की मौत हो गई. इससे पहले बुन्देलखंड के जिलों में कर्ज से डूबे कई किसान आत्महत्या कर चुके हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार किसानों को लेकर संवेदनहीन बनी हुई है. इसी तरह से बिजली चेकिंग के नाम पर पूरे प्रदेश में किसानों से अवैध वसूली हो रही है और प्रताड़ित किया जा रहा है. एक तरफ सरकार किसानों को सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली का झूठा वादा करती है. दूसरी तरफ किसानों से चेकिंग के नाम पर अवैध वसूली हो रही है. एफआईआर कर उन्हें परेशान किया जा रहा है. कहा कि भाजपा सरकार में किसान उपेक्षित और पीड़ित है. किसान खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं. भाजपा ने किसानों से तमाम झूठे वादे किए. 10 साल की सरकार में कोई वादा पूरा नहीं हुआ. किसानों की आय दोगुनी नहीं हुई.
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