लखनऊ: लखनऊ विकास प्राधिकरण (Lucknow Development Authority) के नवनियुक्त उपाध्यक्ष अजय त्रिपाठी ने सोमवार को कार्यभार ग्रहण कर लिया. वह इसके पूर्व कानपुर नगर निगम के आयुक्त पद पर तैनात थे. 2014 बैच के आईएएस अधिकारी अजय त्रिपाठी मैकेनिकल इंजीनियरिंग से बीटेक हैं. उनकी पहली तैनाती वर्ष 2015 में असिस्टेंट कलेक्टर, इटावा के पद पर हुई थी. वे ज्वाइंट मजिस्ट्रेट जालौन, मुख्य विकास अधिकारी अयोध्या तथा कानपुर के पद पर भी कार्य कर चुके हैं. लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष के रूप में उनके सामने कई बड़ी चुनौतियां होंगी.
लखनऊ विकास प्राधिकरण (Lucknow Development Authority) का उपाध्यक्ष पद छोड़ने से पहले जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने 3 अधिशाषी अभियंताओं के स्थानांतरण कर दिए. मुख्य अभियंता इंदु शेखर सिंह ने सोमवार को इस आशय के निर्देश जारी किए. नए उपाध्यक्ष के कार्यभार ग्रहण करने के चंद मिनट पहले जारी किए गए इस आदेश को लेकर सवाल उठाए जाने लगे हैं. जारी आदेश में अधिशासी अभियंता प्रवर्तन जोन 7 एवं एक आनंद कुमार मिश्रा को अभियंत्रण जोन सेवन सौंप दिया गया है. अधिशासी अभियंता अजय पवार को जोन एक व 4 के स्थान पर अभियंत्रण जोन 4 व प्रवर्तन जोन 4 का कार्य सौंपा गया है. अधिशासी अभियंता अवनींद्र कुमार सिंह को प्रवर्तन जोन 4 एवं उद्यान के प्रभाव से मुक्त कर अभियंत्रण जोन एक एवं उद्यान का प्रभार सौंपा गया है.
लखनऊ विकास प्राधिकरण (Lucknow Development Authority) के नए उपाध्यक्ष नियुक्त किए गए अक्षय त्रिपाठी के सामने कई बड़ी नई चुनौतियां होंगी. उन्हें विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार से जूझना होगा. उन्होंने ऐसे समय पर कार्यभार ग्रहण किया है, जब प्राधिकरण की संपत्तियों की कई फाइलें गायब हैं. कई फाइलें बाबुओं ने दबा रखी है. प्राधिकरण की कई संपत्तियों का पता नहीं चल पा रहा है. विभागीय भ्रष्टाचार के कई मामले सामने आए हैं, जिनमें कुछ मामलों में जांच भी चल रही है. प्राधिकरण की संपत्तियों पर अवैध कब्जे के भी मामले सामने हैं.
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