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जेएनयू की हिंसा पर प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को देना होगा जवाब: अजय कुमार लल्लू

जेएनयू में हुई हिंसा को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने गृह मंत्री और प्रधानमंत्री पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और गृहमंत्री का इस गुंडागर्दी का जवाब देना होगा.

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अजय कुमार लल्लू
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Published : Jan 7, 2020, 12:06 AM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने जेएनयू में हुई हिंसा के लिए केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया है. भाजपा और केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं के साथ हुई गुंडागर्दी के लिए गृहमंत्री और प्रधानमंत्री दोनों को ही देश की जनता को जवाब देना होगा.

अजय कुमार लल्लू ने पीएम और गृह मंत्री पर साधा निशाना.

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि शिक्षा के मंदिरों में भाजपा संरक्षित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद गुंडई फैला रही है. छात्र-छात्राओं की आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है. जिस तरह आरएसएस और एबीवीपी के नकाबपोश गुंडों ने छात्रावास और यूनिवर्सिटी परिसर के अंदर मारपीट और हिंसा की है, उससे साफ जाहिर है कि भारतीय जनता पार्टी से सरकार का विरोध करने वाले बर्दाश्त नहीं हो रहे हैं.

इसे भी पढ़ें- JNU हिंसा पर अखिलेश ने जताया अफसोस, कहा, 'दंगा-फसाद को बीजेपी दे रही बढ़ावा'

जेएनयू जैसे देश के अंतरराष्ट्रीय स्तर के शिक्षण संस्थान को भाजपा और उसके समर्थित लोगों ने पहले भी बदनाम करने की कोशिश की. सरकार भी साजिश में शामिल रही, लेकिन जब यह साजिश कामयाब नहीं हुई तो अब सुनियोजित तरीके से नकाबपोश गुंडे भेजकर हिंसा करवाई गई है. यह साफ दर्शाता है कि भारतीय जनता पार्टी इस तरह से छात्रों और युवाओं का दमन कर संविधान को कमजोर करने की कोशिश कर रही है.

अजय कुमार लल्लू ने कहा कि गांधी के देश में अहिंसा की विचारधारा ही सर्वोपरि है. इसी के बल पर इस देश में आजादी की लड़ाई लड़ी गई. 'सर्व धर्म समभाव' का नारा देकर समन्वयवादी विशाल लोकतंत्र स्थापित हुआ. अब भारतीय जनता पार्टी के लोग इसे बर्बाद करना चाहते हैं, लेकिन देश की जनता सब देख और जान रही है. जेएनयू में हुई हिंसा की सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश से जांच कराई जाए, जिससे देश में बीजेपी सरकार की ओर से बनाए जा रहे भय के माहौल से लोगों को निजात मिले.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने जेएनयू में हुई हिंसा के लिए केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया है. भाजपा और केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं के साथ हुई गुंडागर्दी के लिए गृहमंत्री और प्रधानमंत्री दोनों को ही देश की जनता को जवाब देना होगा.

अजय कुमार लल्लू ने पीएम और गृह मंत्री पर साधा निशाना.

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि शिक्षा के मंदिरों में भाजपा संरक्षित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद गुंडई फैला रही है. छात्र-छात्राओं की आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है. जिस तरह आरएसएस और एबीवीपी के नकाबपोश गुंडों ने छात्रावास और यूनिवर्सिटी परिसर के अंदर मारपीट और हिंसा की है, उससे साफ जाहिर है कि भारतीय जनता पार्टी से सरकार का विरोध करने वाले बर्दाश्त नहीं हो रहे हैं.

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जेएनयू जैसे देश के अंतरराष्ट्रीय स्तर के शिक्षण संस्थान को भाजपा और उसके समर्थित लोगों ने पहले भी बदनाम करने की कोशिश की. सरकार भी साजिश में शामिल रही, लेकिन जब यह साजिश कामयाब नहीं हुई तो अब सुनियोजित तरीके से नकाबपोश गुंडे भेजकर हिंसा करवाई गई है. यह साफ दर्शाता है कि भारतीय जनता पार्टी इस तरह से छात्रों और युवाओं का दमन कर संविधान को कमजोर करने की कोशिश कर रही है.

अजय कुमार लल्लू ने कहा कि गांधी के देश में अहिंसा की विचारधारा ही सर्वोपरि है. इसी के बल पर इस देश में आजादी की लड़ाई लड़ी गई. 'सर्व धर्म समभाव' का नारा देकर समन्वयवादी विशाल लोकतंत्र स्थापित हुआ. अब भारतीय जनता पार्टी के लोग इसे बर्बाद करना चाहते हैं, लेकिन देश की जनता सब देख और जान रही है. जेएनयू में हुई हिंसा की सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश से जांच कराई जाए, जिससे देश में बीजेपी सरकार की ओर से बनाए जा रहे भय के माहौल से लोगों को निजात मिले.

Intro:लखनऊ. उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने जेएनयू में हुई हिंसा के लिए केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया है. भाजपा और केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि छात्र छात्राओं के साथ की गई गुंडागर्दी के लिए गृहमंत्री और प्रधानमंत्री दोनों को ही देश की जनता को जवाब देना होगा.


Body:सोमवार की शाम ईटीवी भारत से बातचीत में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि शिक्षा के मंदिरों में भाजपा संरक्षित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद गुंडई फैला रही है। छात्र-छात्राओं की आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है । जिस तरह आरएसएस और एबीवीपी के नकाबपोश गुंडों ने छात्रावास और यूनिवर्सिटी परिसर के अंदर मारपीट और हिंसा की है उससे साफ जाहिर है कि भारतीय जनता पार्टी से सरकार का विरोध करने वाले बर्दाश्त नहीं हो रहे हैं। जेएनयू जैसे देश के अंतरराष्ट्रीय स्तर के शिक्षण संस्थान को भाजपा और उसके समर्थित लोगों ने पहले भी बदनाम करने की कोशिश कीऔर सरकार भी साजिश में शामिल रही लेकिन जब यह साजिश कामयाब नहीं हुई तो अब सुनियोजित तरीके से नकाबपोश गुंडे भेजकर हिंसा करवाई गई है। यह साफ दर्शाता है कि भारतीय जनता पार्टी इस तरह से छात्रों युवाओं का दमन कर संविधान को कमजोर करने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने कहा कि गांधी के देश में अहिंसा की विचारधारा ही सर्वोपरि है । इसी के बल पर इस देश में आजादी की लड़ाई लड़ी गई। सर्व धर्म समभाव का नारा देकर समन्वयवादी विशाल लोकतंत्र स्थापित हुआ। अब भारतीय जनता पार्टी के लोग इसे बर्बाद करना चाहते हैं लेकिन देश की जनता सब देख और जान रही है। जेएनयू में हुई हिंसा की सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश से जांच कराई जाए जिससे देश में बीजेपी सरकार की ओर से बनाए जा रहे भय के माहौल से लोगों को निजात मिले।

बाइट/ अजय कुमार लल्लू कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष

पीटीसी/ अखिलेश तिवारी


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