लखनऊ: सुप्रीम कोर्ट के कई बार फटकार लगाए जाने के बावजूद प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ही वायु प्रदूषण कम नहीं हो पा रहा है. राज्य सरकार की आंख के सामने राजधानी लखनऊ में लगातार वायु प्रदूषण बढ़ता चला जा रहा है.
मंगलवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स यानी एक्यूआई के आंकड़े जारी हुए तो लखनऊ में वायु प्रदूषण का स्तर 377 तक जा पहुंचा. यह आंकड़ा दिल्ली और गाजियाबाद से अधिक है. ऐसे में उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड पर सवाल उठ रहे हैं.
लखनऊ में बढ़ रहा वायु प्रदूषण
राजधानी लखनऊ में एयर क्वालिटी इंडेक्स की स्थिति मंगलवार को 377 रिकॉर्ड की गई, जबकि देश की राजधानी दिल्ली में एक्यूआई की स्थिति 133 रही. गाजियाबाद में एयर क्वालिटी इंडेक्स 142 रहा.
वायु प्रदूषण के मामले में चौथे स्थान पर लखनऊ
बढ़ते वायु प्रदूषण के मामले में लखनऊ चौथे स्थान पर है. यह स्थिति तब है, जब लगातार सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी की तरफ से राज्य सरकारों को दिशा-निर्देश जारी किए जा रहे हैं और फटकार भी लगाई जा रही है कि वायु प्रदूषण आखिर कम क्यों नहीं किया जा रहा.
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पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश के तमाम जिलों में पराली जलाए जाने की घटनाओं को संज्ञान लेते हुए मुख्य सचिव को तलब किया था. साथ ही यह निर्देश दिए थे कि पराली जलाने पर पूरी तरह से रोक लगाई जाए. इसके अलावा अन्य उपाय भी किए जाएं, जिससे वायु प्रदूषण को कम किया जा सके.