लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी में पिछले कुछ दिनों में वायु प्रदूषण तेजी से बढ़ा हुआ है, जिसने राजधानी की फिजाओं में जहर घोलने का काम किया है. लोगों को भी सांस लेने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. इस वायु प्रदूषण के बढ़ते प्रभाव को कम करने के लिये सरकार भी सचेत हुई है और अब इससे निपटने के लिए एक्शन प्लान तैयार किए जाने की बात कही है.
विकास प्राधिकरण और नगर निगम के स्तर पर तैयार किया गया एक्शन प्लान
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड लखनऊ विकास प्राधिकरण और नगर निगम के स्तर पर एक्शन प्लान तैयार हो रहा है और इसके अनुसार वायु प्रदूषण कम करने को लेकर काम किया जाएगा. इसके अंतर्गत शहर में निर्माणाधीन बिल्डिंग में कम से कम मलबा बाहर निकले और बिल्डिंगों को ठीक तरीके से ढका जाए. तमाम अन्य तरह के काम कराए जा रहे हैं. इसके अलावा वाहनों को लेकर भी सतर्कता बरतने की बात कही जा रही है.
एयर क्वालिटी इंडेक्स रिकॉर्ड के अनुसार तेजी से बढ़ रहा वायु प्रदूषण
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार पिछले कुछ दिनों में राजधानी लखनऊ में एयर क्वालिटी इंडेक्स के रिकॉर्ड के अनुसार वायु प्रदूषण तेजी से बढ़ा है. सबसे खराब स्थिति लखनऊ के इंडस्ट्री एरिया तालकटोरा की भी है. जहां यह स्थिति 200 के पार पहुंची है. लखनऊ में वायु प्रदूषण कम करने को लेकर विभागों के स्तर पर समन्वय बनाकर काम करने की बात कही गई है.
जगह-जगह कंस्ट्रक्शन के काम के दौरान वायु प्रदूषण पर प्रभाव पड़ता है. साथ ही गाड़ियों की संख्या में बढ़ोतरी के कारण भी इसमें प्रभाव पड़ा है. लखनऊ विकास प्राधिकरण नगर निगम और अन्य विभाग मिलकर जहां जहां बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन के काम हो रहे हैं, वहां पर ग्रीन पर्दे डालकर प्रदूषण रोकने का काम किया है, जिससे वायु प्रदूषण कम किया जा सके.
-अमित कुमार, अपर नगर आयुक्त