लखनऊ: प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने आज कृषि अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की. बैठक के बाद पत्रकार वार्ता में उन्होंने बताया कि इस बार एक लाख 36 हजार हेक्टेयर पर रवि की बुवाई होगी जिसके लिए 49 लाख 50 हजार कुंतल बीज की जरूरत होगी. प्रदेश गेहूं के उत्पादन में 2 सालों से देश में नंबर वन बना हुआ है. वहीं इस बार भी सरकारी समितियों के माध्यम से 764768 कुंटल बीज का वितरण का लक्ष्य रखा गया है. वहीं केंद्र सरकार इस बार प्रदेश में 10 लाख हेक्टेयर भूमि पर तिलहन की बुवाई चाहता है. जिसके लिए बीज की उपलब्धता सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है. प्रदेश के दो करोड़ 14 लाख किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ दिया जा रहा है. जिसके तहत 21 हजार 888 करोड़ रुपए उनके खाते में भेजे जा चुके हैं.
मंत्री ने बताया कि 16 लाख किसान अभी भी किसान सम्मान निधि का लाभ नहीं पा रहे हैं. क्योंकि उनके आधार कार्ड या बैंक अकाउंट सही नहीं है. जिस को सही करने का प्रयास किया जा रहा है. वहीं एक सवाल पर उन्होंने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासन काल में सबसे ज्यादा 2 लाख 66 हजार किसानों ने आत्महत्या की थी. अगर इतनी ही अच्छी स्थिती थी उनके समय में किसान की तो वो क्यों मरते.
दरअसल आज प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कृषि योजनाओं को लेकर एक समीक्षा बैठक की थी. वहीं बैठक के बाद पत्रकार वार्ता में उन्होंने बताया कि प्रदेश गेहूं के उत्पादन में 2 सालों से नंबर वन बना हुआ है. वहीं इस बार भी गेहूं के सर्वाधिक उत्पादन के लिए सरकारी समितियों के माध्यम से 7 करोड़ 64 हजार 768 कुंतल बीज के वितरण का लक्ष्य रखा गया है. वह इस बार तिलहन की खेती को और विस्तार देने का प्रयास होगा और केंद्र की पहल पर 10 लाख हेक्टेयर में तिलहन की बुवाई का लक्ष्य रखा गया है. कृषि मंत्री ने बताया कि करीब में 6 लाख 12 हजार किसानों को 780 करोड़ रुपए की फसल की क्षतिपूर्ति की गई. तो वहीं रवि में 3 लाख 7 हजार किसानों को क्षतिपूर्ति दी गई. इस बार सितंबर महीने में 42 हजार कृषि यंत्रों की बुकिंग हुई है. जिसके लिए 127 करोड़ रुपए का अनुदान कृषि विभाग किसानों को देगा. वहीं उन्होंने कृषि बिल के मसौदे पर कांग्रेस के विरोध को लेकर हमला भी बोला और कहा कि अगर किसानों के लिए कांग्रेसी इतनी हितैषी होती है तो उनके समय 2 लाख 66 हजार किसान आत्महत्या क्यों करते. वहीं कांग्रेसी कृषि बिल का विरोध करने के लिए ट्रैक्टर खरीद के उसे जलाने का काम कर रही है जो कि किसानों के लिए अपमान भी है.