लखनऊ: राजधानी में बीते दिनों यूपी पुलिस में एडिशनल एसपी श्वेता श्रीवास्तव के स्केटिंग सीख रहे बेटे नामिश की सड़क हादसे में मौत (Namish Death) हो गई थी. लिहाजा लखनऊ पुलिस अब ऐसे बच्चों को लेकर अधिक सतर्क हो गई है जो सड़कों पर स्केटिंग करते हैं. गुरुवार को ऐसे ही एक लड़के को हजरतगंज में चलते ट्रैफिक के बीच स्केटिंग करते हुए पुलिस ने रोक लिया और उसके स्केटिंग शूज उतरवा दिए. हालांकि बच्चा पुलिस को देख पहले ही डर गया और माफी मांगने लगा. पुलिस ने बच्चे के परिवार को बुलाकर उसे सौंप दिया.
घर से हजरतगंज स्केटिंग करते हुए पहुंचा था छात्र
इंस्पेक्टर हजरतगंज विक्रम सिंह ने बताया कि मार्टिनपुरवा के रहने वाले एक हाईस्कूल के छात्र को स्केटिंग का शौक है. गुरुवार को वह बैग में स्केटिंग लेकर मार्टिनपुरवा स्थित घर से हजरतगंज घूमने निकला था. घर से निकलने के बाद उसने स्केटिंग पहन लिए और स्केटिंग करते हुए मार्टिनपुरवा से पार्क रोड होते हुए हजरतगंज के अटल चौक पहुंच गया. हजरतगंज में भारी ट्रैफिक के बीच बच्चे को स्केटिंग करते हुए देख राहगीर चिल्लाने लगे. हालांकि उसके बाद भी छात्र स्केटिंग करते हुए ट्रैफिक के बीच पहुंच गया था.
परिवार को बुलाकर दी गई हिदायत
राहगीरों के चिल्लाने पर पुलिस की नजर स्केटिंग कर रहे छात्र पर पड़ी तो एक दरोगा ने उसे ट्रैफिक के बीच स्केटिंग करते देखकर रोक लिया. दरोगा को सामने देखकर छात्र हाथ जोड़ कर गलती मानने लगा. छात्र के पिता को कॉल कर हजरतगंज कोतवाली बुलाया गया. इसके बाद हिदायत देकर छात्र को परिवार के सुपुर्द किया गया.
दरअसल, बीते दिनों एडिशनल एसपी श्वेता श्रीवास्तव के दस वर्षीय बेटे नामिश को सुबह साढ़े पांच बजे जी 20 रोड पर उस वक्त एक बेकाबू गाड़ी ने टक्कर मार दी थी, जब वह कोच के साथ स्केटिंग प्रैक्टिस कर रहा था. गाड़ी की टक्कर से मासूम नामिश की मौके पर ही मौत हो गई थी. जांच में सामने आया था कि नामिश का कोच नियमों के विपरीत सड़क पर ही उसे स्केटिंग प्रैक्टिस करवा रहा था. उसी दौरान गाड़ी को तेज भगाने की शर्त लगाए हुए दो युवकों ने एक्सयूवी गाड़ी से नामिश को टक्कर मार दी थी.