लखनऊ : प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात की नाराजगी के बाद पत्रकारपुरम में सफाई का काम करने वाली कार्यदायी संस्था लॉयन सिक्योरटी गार्ड सर्विसेज पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है. इस संस्था को रफी अहमद किदवई वार्ड में सफाई से संबंधित कार्यों की जिम्मेदारी दी गई है. लॉयन सिक्योरिटी को व्यवसायिक क्षेत्र पत्रकारपुरम में प्रतिदिन रात्रिकालीन सफाई के लिए निर्देशित किया गया था, लेकिन आपके इस महीने किसी भी दिन रात्रिकालीन सफाई नहीं हुई. जोन चार के खाद्य एवं सफाई निरीक्षक की ओर से संस्था को नोटिस जारी करते हुए कहा गया कि 'गुरुवार को मोबाइल फोन से जानकारी दी गई कि नगर विकास विभाग प्रमुख सचिव, नगर आयुक्त, अपर नगर आयुक्त तथा सहायक नगर आयुक्त की उपस्थित में रात्रिकालीन सफाई कार्य सम्पन्न होना है. इसके लिए 50 सफाई श्रमिक उपलब्ध कराने को कहा गया, मगर अधिकतम 10 सफाई श्रमिक ही उपलब्ध कराये गये. उन सफाई श्रमिकों के पास भी सफाई कार्य करने के लिए झाडू इत्यादि साम्रगी नहीं थी, जिससे सफाई नहीं हो सकी. यह देखकर उच्च अधिकारियों ने नाराजगी व्यक्त की. इस लापरवाही पर संस्था पर एक लाख का जुर्माना लगाया गया.
पत्रकारपुरम में स्थायी अतिक्रमण की भरमार, चला अभियान : गोमतीनगर के पत्रकारपुरम मार्केट में स्थायी तौर पर अतिक्रमण कर लिया गया है. गुरुवार को रात में निरीक्षण के दौरान प्रमुख सचिव ने इस पर नाराजगी जताई. इसके बाद सहायक नगर आयुक्त व जोन चार के जोनल अधिकारी अलकांर अग्निहोत्री ने अवर अभियंता सदानंद को नोटिस कर दी. उन्होंने अब तक की गई कार्रवाई की सूची मांगी है. शुक्रवार को नगर निगम ने यहां अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया. इस दौरान फुटपाथ खाली कराये गए. साथ ही पटरी दुकानदारों को चेतावनी दी गई कि दोबारा सड़क पर दुकानें लगाई तो निगम सामान जब्त कर लेगा. नगर निगम जेसीबी के साथ पत्रकारपुरम बाजार पहुंची. इस दौरान आरोही प्लाजा, आनंद प्लाजा, लक्ष्मी वरदान, गोमती प्लाजा सहित अन्य कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स के फुटपाथ पर स्थायी कब्जे मिले. सभी को पांच दिन का समय अतिक्रमण हटाने के लिए दिया गया. इसके अलावा अस्थायी अतिक्रमण को हटाते हुए कुर्सी-मेज, सिलेंडर, ठेला सहित सड़क पर फैला सारा सामान जब्त कर लिया गया, वहीं नगर निगम की कार्रवाई का कुछ दुकानदारों ने विरोध किया, लेकिन प्रवर्तन टीम की मौजूदगी के कारण शांत हो गया. पत्रकारपुरम चौराहा के चारों तरफ अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की गई. इस दौरान चौराहे के आसपास सड़क पर खड़े वाहनों का चालान काटा. अतिक्रमण करने वाले दुकानदारों को नोटिस दिए. पटरी दुकानदारों ने वेडिंग जोन में मूलभूत सुविधाएं देकर शिफ्ट करने की मांग की. दूसरी ओर नादरगंज के सिपेट चौराहे पर भी अवैध तरीके से लगने वाली दुकानों के खिलाफ नगर निगम ने अभियान चलाया. विरोध के बीच यहां करीब 150 दुकानें हटवाई गईं.
खतरों को न्यौता दे रहे खुले नाले : शहर के विभिन्न इलाकों में स्कूलों और अस्पतालों के आस-पास नाले खुले खतरों को न्यौता दे रहे हैं. गोमतीनगर के विश्वासखण्ड में एक निजी स्कूल के किनारे काफी बड़ा नाला खुला है. स्कूल की बाउंड्रीवाल से सटे नाले की दीवारें भी दरक चुकी हैं. दीवारें गिरीं तो बच्चे हादसे का शिकार होंगे. स्थानीय पार्षद राजेश सिंह गब्बर खुद नगर निगम से इसकी शिकायत कर चुके हैं, लेकिन इसे ठीक नहीं कराया गया. इसी तरह से अमराई गांव से कुकरैल तक आने वाले नाले का पत्थर कई जगह टूटा है. कुछ जगह खुला है तो कुछ जगह अधूरा पड़ा है. यह नाला काफी खतरनाक हो गया है. इन्दिरानगर आवासीय महासमिति के महासचिव सुशील कुमार बच्चा ने बताया कि 'इस नाले को दुरुस्त कराने के लिए कई बार नगर आयुक्त से शिकायत कर चुके हैं. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को भी प्रत्यावेदन दिया था, लेकिन नगर निगम के अधिकारियों ने नाला नहीं दुरुस्त कराया. इन्दिरानगर डीपीएस स्कूल के पास नाला बीच में खुला हुआ है. चिनहट बाजार में नाला खुला है.'