लखनऊ: बुधवार को गैंगस्टर मुख्तार अंसारी के कथित सहयोगी संजीव माहेश्वरी जीवा की बुधवार को लखनऊ अदालत परिसर में गोली मारकर हत्या (murder of sanjeev maheshwari jeeva) कर दी गई. इस वारदात के तुरंत बाद अदालत परिसर पहुंचे लखनऊ के पुलिस आयुक्त एसबी शिराडकर ने कहा कि लखनऊ जेल में निरुद्ध संजीव माहेश्वरी जीवा को एक मामले में सुनवाई के लिए अदालत लाया गया था, जहां अज्ञात हमलावर ने गोली मारकर उसकी हत्या कर दी. हमलावर ने अधिवक्ता की पोशाक पहन रखी थी. हत्या के बाद गुस्साए अधिवक्ताओं ने कोर्ट के बाहर इकट्ठा होकर कोर्ट के अंदर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर धरना प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की.
आक्रोशित अधिवक्ताओं ने की जमकर नारेबाजी: अदालत परिसर के भीतर इस हिंसा से आक्रोशित अधिवक्ताओं ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की. साथी पुलिस पर कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने में विफल रहने का आरोप लगाया. अधिवक्ताओं ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की मांग की.
लखनऊ अदालत परिसर के भीतर गोली मारकर हत्या मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय SIT टीम गठित की है. इसमें शामिल IPS मोहित अग्रवाल, ADG टेक्निकल LKO JCP क्राइम नीलब्ज़ा चौधरी और IG अयोध्या प्रवीण कुमार को एक सप्ताह में जांच पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं. वहीं वारदात के तुरंत बाद DGP विजय कुमार ने सभी जिला अदालतों में तत्काल सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिये.
बुधवार को कैसरबाग न्यायालय परिसर में पेशी के दौरान लाए गए संजीव महेश्वरी उर्फ जीवा पर अधिवक्ता के भेष में आए युवक ने ताबड़तोड़ गोलियों से भून कर मौत के घाट उतार दिया. कोर्ट परिसर में संजीव माहेश्वरी जीवा की हत्या से नाराज अधिवक्ताओं ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कोर्ट के बाहर धरना प्रदर्शन (Advocates protest after murder in Lucknow court premises) किया.
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