लखनऊ: प्रकृति के कई ऐसे रंग होते हैं, जिनको हम ताउम्र देखना चाहते हैं. अगर वह खूबसूरत रंग किसी पेंटिंग में देखने को मिलते हैं तो उससे कहीं ज्यादा उसे बनाने वाले की खूबसूरती याद रहती है. आसमाएक ऐसा नाम हैं, जो प्रकृति को एक कैनवास में उतारने का हुनर रखती हैं.
हाईकोर्ट में वकील आसमा मूल रूप से महिलाओं के लिए काम करती हैं, लेकिन इन सब से अलग वह बताती हैं कि मैं ऐसे प्रोफेशन में हूं, जहां पर काम से ज्यादा आपको तनाव रहता है. वह बताती हैं कि हमेशा से ही रंगों को कैनवास पर उतारने का शौक मुझे था. मेरा यह शौक ही मेरे हर तरह के तनाव को दूर कर देता है.
आसमा ज्यादातर प्रकृति के रंगों को कैनवास पर उकेरती हैं या फिर अपने आस-पास रहने वाले लोगों को देखकर उनसे प्रेरणा लेती हैं. उन्हीं की आकृति बना देती हैं. उनका कहना है कि काम से लौटने के बाद मैं कैनवास में कुछ न कुछ रंग उतारती हूं और कभी-कभी तो मैं रातभर पेंटिंग करती हूं और समय का पता ही नहीं चलता.
अपनी पेंटिंग को एक अलग पहचान देने का भी आसमा का अलग अंदाज है. आसमा पीहर पेंटिंग में अपने पति से जुड़ी हुई कोई न कोई शायरी लिखती हैं. यह शायरी उर्दू में होती है, जिसके अपने मायने होते हैं.