लखनऊ: लखनऊ विश्वविद्यालय में करीब 10 से 12 साल बाद डी.लिट. प्रवेश प्रक्रिया शुरू होने जा रही है. इस संबंध में कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने बताया कि हमने डी.लिट. का नया ऑर्डिनेंस बनाकर कुलाधिपति को भेज दिया है. इसकी कुलाधिपति कार्यालय से मुहर लगते ही जनवरी के अंतिम सप्ताह में डी.लिट. की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी जाएगी. डी. लिट में विभागीय स्तर पर प्रवेश प्रक्रिया पूरी की जाएगी.
नया ऑर्डिनेंस तैयार
लखनऊ यूनिवर्सिटी में लंबे समय से डी.लिट. कोर्स शुरू करने की मांग को यूनिवर्सिटी जल्द पूरा करने जा रही है. साल 1986 के बाद लखनऊ यूनिवर्सिटी ने डी.लिट. कोर्स शुरू करने के लिए नया ऑर्डिनेंस तैयार किया है. वहीं लगभग एक दशक के बाद विश्वविद्यालय में डी.लिट. प्रवेश प्रक्रिया शुरू होने जा रही है. अब तक लखनऊ विश्वविद्यालय में डी. लिट प्रवेश प्रक्रिया बंद थी, लेकिन कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने प्राथमिकता से लेते हुए दोबारा डी.लिट. कोर्स शुरू करने की कवायद की है.
10 साल का अनुभव जरूरी
डी.लिट. कोर्स के लिए जो ऑर्डिनेंस तैयार किया जा रहा है. उसके अनुसार इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए कम से कम 10 साल का अनुभव होना जरूरी है. इसके साथ ही कैंडिडेट के कम से कम 15 जनरल प्रकाशित होने चाहिए.
नए सत्र में सबसे पहले होंगे डी. लिट. एडमिशन
लखनऊ विश्वविद्यालय में सत्र 2021-22 में डि.लिट. के दाखिले से एडमिशन की प्रक्रिया शुरू होगी. कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने बताया कि नए सत्र में सबसे पहले लखनऊ विश्वविद्यालय में सत्र 2021-22 में 15 साल बाद डि.लिट. का दाखिला कराना हमारी प्राथमिकता है.