लखनऊ: राजधानी स्थित कैसरबाग में लगी विवादित होर्डिंग की खबर चलने के बाद होर्डिंग को उतार लिया गया है. PETA के बैनर तले बकरीद से पहले लगी बकरे की तस्वीर पर इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया ने ऐतराज जताया था. इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के अध्यक्ष ने मामले को लेकर लखनऊ पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखा था, इस खबर को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से चलाया और देर रात विवादित होर्डिंग को हटा दिया गया है.
कमिश्नर को लिखा था पत्र
ईद उल अज़हा (बकरीद) से पहले राजधानी लखनऊ में लगे PETA की होर्डिंग पर विवाद खड़ा हो गया था. मामले पर इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मौलाना ख़ालिद रशीद फरंगी महली ने ऐतराज जताया और लखनऊ पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर होर्डिंग को हटाने की मांग की. लखनऊ पुलिस कमिश्नर को मेल के जरिए भेजे गए पत्र में मौलाना ने लिखा कि बकरीद का पर्व आने वाला है. इस मौके पर मुसलमान कुर्बानी करते हैं और इस होर्डिंग से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि यह हरकत मुसलमानों के धार्मिक जज़्बात को ठेस पहुंचाने के मकसद से की गई है, लिहाजा इस होर्डिंग को हटवाया जाए.
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धार्मिक भावना आहत न हो
शुक्रवार को ईटीवी भारत ने विवादित होर्डिंग से आहत इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया की खबर को प्रमुखता से दिखाया था. मामले को संज्ञान में लेते हुए शुक्रवार रात को ही विवादित होर्डिंग को उतार लिया गया. मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने बकरीद के पर्व पर आपसी सौहार्द बनाए रखने के चलते होर्डिंग हटाने की मांग की थी. उनका मकसद धार्मिक जज्बातों को ठेस नहीं पहुंचाना था.