लखनऊ: अब अगर रेल कर्मियों ने अपना क्वार्टर किराए पर दिया तो उसकी सर्विस बुक में प्रतिकूल प्रविष्टि होगी. उनके ई-पास से लेकर भत्तों तक पर भी रोक लग जाएगी. इससे जो भी रेलकर्मी किराए पर अपना कमरा उठा देते हैं, वह डरेंगे और किराए पर अपने क्वार्टर उठाने से पहले सोचेंगे.
दरअसल, पूर्वोत्तर और उत्तर रेलवे में रेलकर्मी अपने आवासों को लंबे समय से किराए पर उठाते आए हैं. इस पर अंकुश लगाने के लिए आरपीएफ की ओर से लगातार कार्रवाई भी की जाती रही है. लेकिन उत्तर रेलवे की पंजाब नगर कॉलोनी, सेंट्रल पॉवर हाउस कॉलोनी सहित कई अन्य कॉलोनियों में ऐसे मामले सामने आते रहे हैं. इसमें रेल कर्मियों ने अपने घरों को किराए पर उठा रखा है. लिहाजा अब ऐसा करने पर रेलकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. पहले जहां उन्हें नोटिस देकर छोड़ दिया जाता था, वहीं अब उनकी सर्विस बुक पर भी प्रतिकूल प्रविष्टि कर दी जाएगी. इतना ही नहीं उनको मिलने वाले पास सहित अन्य भत्तों पर भी रोक लगा दी जाएगी. इसके लिए रेलवे बोर्ड के निर्देश पर शीघ्र ही आरपीएफ की ओर से रेलवे कॉलोनी में छापेमारी की कार्रवाई शुरू की जाएगी.
बता दें कि आरपीएफ की ओर से कई बार रेलवे कॉलोनी में रेल कर्मियों द्वारा किराए पर उठाए गए क्वार्टर को खाली कराने की कार्रवाई की जाती रही है, लेकिन कुछ दिन बाद ही मामला शांत हो जाता है. रेलकर्मी फिर से किराए पर कमरे उठा देते हैं, लेकिन इस बार रेलवे बोर्ड सख्त है और इस तरह की कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है. इससे अब रेलकर्मी रेलवे की तरफ से दिए गए क्वार्टर किराए पर उठाने से पहले कई बार विचार करेंगे. अगर नौकरी में प्रतिकूल प्रविष्टि मिल गई तो उनका करियर भी खराब हो सकता है. यह भी उनके जहन में जरूर रहेगा.