लखनऊ: जैसे-जैसे गर्मी प्रचंड रूप धारण कर रही है वैसे-वैसे रेलवे के एसी कोच और रोडवेज की एसी बसें दगा दे रही हैं. यात्रियों को एसी के पैसे चुकाकर साधारण यात्रियों की तरह ही यात्रा करनी पड़ रही है. ट्रेन के एसी कोच में घुटन न हो इसे लेकर दरवाजा खोलकर यात्रियों को सफर करना पड़ रहा है तो रोडवेज की जनरथ बसों में पसीने से तरबतर होकर यात्रियों को यात्रा पूरी करनी पड़ रही है. लगातार गर्मी बढ़ने के साथ ही ट्रेनों और बसों में एसी खराब होने की शिकायतों में इजाफा हो रहा है.
ट्रेनों और बसों के एसी में कूलिंग नहीं होने से इन दिनों सफर के दौरान यात्री परेशान हैं. गौर करने वाली बात है कि यात्री एसी का किराया चुकाकर जनरल कोच की तरह सफर करने को मजबूर हैं. अपनी शिकायत भी दर्ज करा रहे, लेकिन रेलवे और परिवहन निगम के अधिकारियों की सेहत पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा.
उत्तर रेलवे प्रशासन से सुधाकर शुक्ल ने शिकायत की है कि ट्रेन संख्या 15119 जनता एक्सप्रेस के थर्ड एसी कोच बी-1 में एसी काम नहीं कर रहा, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. उनका कहना है कि जब कोच में एसी काम नहीं कर रहा था तो कोच का दरवाजा खोलने पर घुटन कम हुई.
निमिश देवस्थली का कहना था कि ट्रेन संख्या 20416 काशी महाकाल एक्सप्रेस की थर्ड एसी बोगी बी-5 में पूरे रास्ते एसी ने काम नहीं किया. मोहम्मद शैज ने बताया कि 12238 बेगमपुरा एक्सप्रेस की थर्ड एसी बोगी बी-2 में कूलिंग ठप होने की शिकायत पर अटेंडेंट ने अनसुना कर दिया. यात्री मुकेश गुप्ता ने डीआरएम से शिकायत दर्ज कराई कि 15018 के फर्स्ट एसी कोच एच-1 में एसी ठप रहा. महंगा टिकट लेने के बाद भी एसी कोच में स्लीपर जैसा सफर करना पड़ा. उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि इसके लिए रेलवे अफसर जिम्मेदार हैं, जो एसी का मेंटेनेंस तक नहीं कराते.
जनरथ बस की एसी दे रही दगा
हर्ष नामक यात्री ने रोडवेज बस से सफर के दौरान एसी बंद होने की शिकायत परिवहन निगम के ट्विटर अकाउंट पर की. उन्होंने कहा कि एसी का पैसा दिया है लेकिन एसी चल ही नहीं रहा. यात्रियों को उबलते हुए यात्रा करने को मजबूर होना पड़ रहा है.यूपीएसआरटीसी कुछ करेगा? इसके बाद यूपीएसआरटीसी ने सिर्फ असुविधा के लिए खेद जताया. इसी तरह हर रोज जनरथ बसों के एसी खराब होने की शिकायत यात्रियों की तरफ से की जा रही है. परिवहन निगम के वर्कशॉप में मेंटेनेंस को लेकर यात्री सवाल खड़े कर रहे हैं.
पहली बार सेतु निगम करेगा रेलवे लाइन पर ओवरब्रिज का निर्माण
लखनऊ से कानपुर के बीच रेल मंत्रालय ने रेल लाइन पर सात ओवरब्रिज के निर्माण को मंजूरी प्रदान की है. लखनऊ के केसरीखेड़ा रेलवे क्रासिंग पर पहला ओवरब्रिज बनेगा. ओवरब्रिज की डिजाइन तैयार कर ली गई है. पहली बार राज्य सेतु निगम ओवरब्रिज निर्माण का पूरा काम करेगा.
इसके लिए रेलवे अपने हिस्से का 500 करोड़ रुपये राज्य सरकार के सेतु निगम को उपलब्ध कराएगा. मिशन रफ्तार के तहत लखनऊ से कानपुर के बीच 160 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से ट्रेनें संचालित होनी हैं. इसके लिए रास्ते में पड़ने वाले रेलवे क्रासिंगों पर ओवरब्रिज का निर्माण कराया जाना है. लखनऊ-कानपुर के बीच सात, अयोध्या में सात, प्रयागराज में तीन ओवरब्रिज निर्माण का काम शुरू हो गया है.
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