लखनऊ: आम आदमी पार्टी ने आगामी 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव लड़ने का एलान किया है. इस पर पार्टी के साथ जुड़ने वालों की संख्या में भी तेजी से इजाफा हो रहा है. रविवार को आम आदमी पार्टी से उत्तर प्रदेश के विभिन्न संगठनों और राजनीतिक दलों के लोग जुड़े. फैजाबाद से आम आदमी पार्टी में सामाजिक कार्यकर्ता, छात्र और युवा शामिल हुए. आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह ने इस मौके पर कहा कि अब उत्तर प्रदेश में धर्म और जाति की नहीं, बल्कि मुद्दों की राजनीति होगी. इस अवसर पर आम आदमी पार्टी की छात्र इकाई (सीवाईएसएस) के प्रदेश अध्यक्ष वंशराज दुबे भी मौजूद रहे.
आप की वजह से भाजपा में मची खलबली
प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह ने कहा कि दिन प्रतिदिन पार्टी में लोग शामिल हो रहे हैं. इनके पार्टी में आने से उत्तर प्रदेश में पार्टी के संगठन को मजबूती मिलेगी. रविवार को पार्टी में शामिल हुए तमाम युवाओं के बारे में कहा कि यह सभी लोग अपने क्षेत्रों में लंबे समय से जनसेवा कर रहे हैं. जनता के हितों की आवाज सरकार तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं.
भाजपा में मची खलबली
सभाजीत सिंह ने कहा कि हमें उम्मीद है कि भविष्य में भी यह सभी लोग आम आदमी पार्टी के साथ मिलकर जनता के अधिकारों की आवाज उठाते रहेंगे. जनता के हक के लिए लड़ते रहेंगे. उन्होंने कहा कि जिस दिन से दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव लड़ने का एलान किया है. उसी दिन से भारतीय जनता पार्टी की उत्तर प्रदेश सरकार और उनके मंत्रियों में खलबली मच गई है.
अपनी ही चुनौती से बचते रहे भाजपा के मंत्री
उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता और मंत्री आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार के मॉडल को खराब बता रहे हैं. भाजपा की बौखलाहट इतनी बढ़ गई है कि भाजपा के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने दिल्ली सरकार के शिक्षा मॉडल को फेल बताते हुए दिल्ली के स्कूलों और उत्तर प्रदेश के स्कूलों की तुलना करने के लिए आम आदमी पार्टी को बहस की चुनौती दे दी. उनकी चुनौती को स्वीकार करते हुए दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया लखनऊ में सिद्धार्थ नाथ सिंह का इंतजार करते रहे, लेकिन वे अपनी ही चुनौती से भागते हुए नजर आए.
अधिकारियों ने जारी किया अजीब फरमान
आप प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह ने कहा कि जब मनीष सिसोदिया ने उत्तर प्रदेश के एक स्कूल का दौरा करने की कोशिश की तो पूरा प्रशासन उन्हें रोकने में जुट गया. भारतीय जनता पार्टी की उत्तर प्रदेश सरकार इतनी डर गई है कि दिल्ली के एक विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी सिद्धार्थनगर में एक कार्यक्रम में शामिल हुए. कार्यक्रम के बाद जब वह एक स्कूल को देखने के लिए पहुंचे तो सिद्धार्थ नगर के सरकारी अफसरों ने एक अजीब फरमान जारी कर दिया. कहा कि कोई भी व्यक्ति सरकारी स्कूलों की तस्वीरें नहीं खींच सकता.
घर-घर जाएंगे आप कार्यकर्ता
उन्होंने कहा कि आज तक उत्तर प्रदेश में केवल जाति और धर्म की राजनीति होती आई है. आम आदमी पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता उत्तर प्रदेश के एक-एक व्यक्ति के घर तक जाएगा और दिल्ली में आम आदमी पार्टी की केजरीवाल सरकार के विकास मॉडल की चर्चा करेगा.