लखनऊ: फिरोजाबाद में तेज बुखार और डेंगू के चलते अब तक हुईं 42 मौतों पर आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंंह ने दुख जताते हुए स्वास्थ्य व्यवस्था पर प्रश्न भी खड़े किए हैं. उन्होंने इसे प्रदेश सरकार के हेल्थ सिस्टम की नाकामी करार दिया है. सभाजीत सिंंह ने कहा कि अगर प्रारंभिक सूचना पर ही बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराई गई होतीं तो कई परिवारों के दीपक बुझने से बच जाते.
सभाजीत सिंंह ने कहा कि मुख्यमंत्री प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं का ढ़िंढोरा पीटते हैं, जबकि असलियत कुछ और है. कोरोना की दूसरी लहर के दौरान प्रदेश के श्मशान घाट सरकार की नाकामी के कारण ही लाशों से पट गए थे. यहां के सरकारी अस्पतालों का बुरा हाल है. सरकार इन्हें बेहतर बनाने की जगह प्रचार पर पैसे फूंककर चेहरा चमकाने में जुटी है. फिरोजाबाद में जिन परिवारों ने अपनों को खोया है, आम आदमी पार्टी की संवेदनाएं उनके साथ हैं.
आप प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि इस पूरे प्रकरण में जहां-जहां से लापरवाही बरती गई, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि एक ओर जहां डेंगू से हो रही मौतों से पूरा प्रदेश हिला हुआ है तो दूसरी ओर दम तोड़ने वालों की सामान्य जांचें न हो पाने की खबरें कचोट रही हैं. एक मासूम की मौत के मामले में सामने आया कि उसकी डेंगू की जांच भी नहीं हो सकी थी. वक्त है कि सरकार अब भी चेत जाए और वहां व्यवस्था दुरुस्त कराए. योगी सरकार को वहां हो रही हर मौत का हिसाब देना होगा.
सभाजीत सिंंह ने कहा कि फिरोजाबाद में हुई बच्चों की मौत यह बता रही हैं कि राज्य सरकार ने कोरोना की तीसरी लहर से बच्चों को बचाने के लिए कोई तैयारी नहीं की है. अगर तैयारियां होतीं तो तेज बुखार और डेंगू से बच्चों की मौतें न होतीं.