लखनऊ: आम आदमी पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रभारी राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने शिक्षा मंत्री डॉ. सतीश द्विवेदी से इस्तीफे की मांग की है. उन्होंने कहा कि इस्तीफा न देने की स्थिति में राज्यपाल उन्हें बर्खास्त करें. दरअसल, संजय सिंह ने आरोप लगाया है कि शिक्षा मंत्री ने योजनाबद्ध ढंग से अपने भाई डॉ. अरूण द्विवेदी को ईडब्ल्यूएस कोटे से सिद्धार्थ यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर की नौकरी दिलवाई. इसके लिए पहले कुलपति का कार्यकाल बढ़ाया गया. जिसके बाद कुलपति ने कार्यकाल बढ़ने के बाद पहला काम मंत्री के भाई को नौकरी देने का किया.
पहले से नौकरी कर रहा व्यक्ति आर्थिक रूप से कमजोर कैसे?
संजय सिंह ने कहा कि जो व्यक्ति पहले से नौकरी कर रहा है, वह आर्थिक रूप से कमजोर कैसे हो सकता है? उन्होंने आरोप लगाया कि शिक्षा मंत्री ने पहले फर्जीवाड़ा करके अपने सगे भाई को गरीबी की रेखा का सर्टिफिकेट दिला कर उन्हें नौकरी दिलवाई. उन्होंने कहा कि आरक्षण का हक मारकर मंत्री के भाई को दी गई नियुक्ति प्रदेश के युवाओं का घोर अपमान है. इसके लिए बेसिक शिक्षा मंत्री को सामने आकर जवाब देना चाहिए. जनता से माफी मांगते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए. यदि वह स्वयं इस्तीफा नहीं देते हैं, तो उन्हें बर्खास्त किया जाए.
पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच जरूरी
संजय सिंह ने कहा कि इस पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच जरूरी है. क्योंकि इसमें सत्ता से जुड़े ताकतवर लोग शामिल हैं. मुख्यमंत्री को इस मामले में अविलंब कार्रवाई करनी चाहिए.
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संवेदनहीनता का प्रदर्शन कर रही है योगी सरकार
संजय सिंह ने कहा कि पंचायत चुनाव में कोरोना से संक्रमित होकर जान गंवाने वाले शिक्षकों की सही संख्या 1621 को महज तीन की संख्या बताने वाला शिक्षा मंत्री योगी सरकार की संवेदनहीनता का परिणाम है. उन्होंने सभी 1621 शिक्षकों के परिवार को मुआवजा एवं नौकरी देने की मांग करते हुए चेतावनी दी कि यदि उन्हें न्याय नहीं मिला, तो आम आदमी पार्टी उन्हें न्याय दिलाने के लिए आंदोलन करेगी.