लखनऊ : जिले में आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह ने आरोप लगाया कि कोरोना महामारी के कारण प्रदेश की जनता त्राहि-त्राहि कर रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लोगों को राहत दिलाने में पूरी तरह नाकाम साबित होने के बाद अब सच्चाई छुपाकर अपनी नाकामी छिपाने का प्रयास कर रहे हैं. इसी के तहत मुख्यमंत्री के शहर गोरखपुर में राजघाट पुल की रेलिंग पर बैनर लगवाकर श्मशान घाट को ढंक दिया गया है.
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फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी को बताया दंडनीय अपराध
सभाजीत सिंह ने कहा कि इन बैनरों पर शवदाह स्थल की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी को दंडनीय अपराध बताकर लोगों को ऐसा करने से रोका जा रहा है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सच्चाई को जितना ढंकने-तोपने का प्रयास करेंगे, उससे हालात उतने ही ज्यादा खराब होंगे.
जेहन पर चढ़ा संवेदनहीनता का पर्दा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अंत्येष्टि स्थलों पर पर्दा डालने की जगह अपने जेहन पर चढ़ा संवेदनहीनता का पर्दा उतारने की कोशिश करें. मुख्यमंत्री को सच्चाई छुपाने की जगह तस्वीर बदलने की कोशिश करनी चाहिए लेकिन वह सिर्फ झूठे दावे कर जनता को गुमराह करने का काम कर रहे हैं. अस्पताल में लोग बेड, ऑक्सीजन और वेंटीलेटर के लिए परेशान हैं तो वहीं श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार के लिए लोगों को दिक्कत झेलनी पड़ रही है.
चुनाव के दौरान हुईं मौतें
सभाजीत सिंह ने कहा कि चुनाव ड्यूटी के दौरान कोरोना संक्रमण की जद में आकर हुई सैकड़ों मौतें योगी सरकार की चुनावी जिद का परिणाम हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री पर महामारी फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार की जिद के कारण ही सैकड़ों लोगों की जान खतरे में है. सरकार को तुरंत उन्हें मुआवजा देने का फैसला करना चाहिए.
मुआवजा और नौकरी दे सरकार
सभाजीत सिंह ने कहा कि सरकार और निर्वाचन आयोग की लापरवाही के कारण जिन कर्मचारियों की ड्यूटी के दौरान मृत्यु हुई है, उनके परिजनों को सरकारी नौकरी और एक करोड़ का मुआवजा दिया जाए. परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी दी जाए. आम आदमी पार्टी की मांग है कि कर्मचारियों के संक्रमित परिजनों के इलाज का पूरा खर्च सरकार उठाए.