लखनऊ : कानपुर बिकरू कांड के बाद जेल में बंद खुशी दुबे व तीन अन्य महिलाओं की रिहाई के लिए आम आदमी पार्टी की महिला विंग ने गुरुवार को पार्टी कार्यालय पर धरना दिया. इस दौरान आम आदमी पार्टी की महिला मंच की प्रदेश अध्यक्ष नीलम यादव ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में सरकार महिलाओं से दुर्व्यवहार और उनका उत्पीड़न करने में लगी हुई है. योगी सरकार उत्तर प्रदेश को महिलाओं के लिए यातनागृह बनाने पर आमादा है, जो हम हरगिज होने नहीं देंगे.
मुख्यमंत्री बताएं कि महिलाओं का कसूर क्या है?
उन्होंने कहा कि बिकरू कांड में विधि विरुद्ध तरीके से 4 महिलाओं को 10 माह से जेल में रखने पर मुख्यमंत्री को जवाब देना चाहिए. उन्हें बताना चाहिए कि इन महिलाओं का कसूर क्या है ? नीलम यादव ने कहा कि प्रदेश में बेटियां कहीं भी महफूज नहीं रह गई हैं. मेरठ में कार्रवाई न होने के कारण छेड़छाड़ से आहत किशोरी आत्महत्या कर लेती है. खरखोदा में सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता को आरोपी तमंचा लेकर दौड़ा देते हैं.
'घर से निकलने में डरती हैं बेटियां'
नीलम यादव ने कहा कि प्रदेश की कानून-व्यवस्था की बद से बदतर हालत के कारण आज बेटियां घर से बाहर निकलने में भी डर रही हैं. उन्हें सुरक्षा दिलाने की कौन कहे, योगी आदित्यनाथ की सरकार महिलाओं को डराने में जुटी हुई है. बहुचर्चित बिकरू कांड में मारे गए अमर दुबे की नवविवाहिता पत्नी खुशी दुबे सहित चार महिलाएं और एक ढाई साल का बच्चा 10 माह से जेल में बंद हैं.
प्रदेश में आंदोलन की चेतावनी
महिला नेता ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र इन महिलाओं की और बच्चे की रिहाई नहीं हुई तो आम आदमी पार्टी इस मामले को लेकर पूरे प्रदेश भर में आंदोलन छेड़ेगी. धरना प्रदर्शन में नीलम यादव प्रदेश अध्यक्ष, दीप्ति वर्मा, इरम रिजवी, सुभाषिनी मिश्रा, गजाला सिद्दीकी, किश्वर जहां, रूही जमाल, ललिता शर्मा, संगीता जायसवाल, गीतांजलि शर्मा, सीमा लांबा, सीमा चौहान आदि महिलाएं शामिल हुई.
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