लखनऊः आम आदमी पार्टी का छात्र शाखा सीवाईएसएस के प्रदेश अध्यक्ष मनीष राज दुबे ने सीएम योगी आदित्यनाथ पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी ने सदन में झूठ बोलकर युवाओं को गुमराह करने की कोशिश की. नौकरी देने के गलत आंकड़े सदन के सामने प्रस्तुत किए. अति उत्साह में मुख्यमंत्री ने वो नियुक्तियां भी गिना डाली जो पूर्ववर्ती सरकार के दौरान हुई थीं. इस संदर्भ में उन्होंने दारोगा भर्ती का भी जिक्र किया.
सीवाईएसएस अध्यक्ष ने कहा कि सीवाईएसएस जल्दी उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में बाइक यात्रा निकालकर नौकरियों के झूठे वादे और आंकड़ों की पोल खोलेगी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने जो भी आंकड़े पेश किए, उन्हे राज्य सूचना आयोग ने भी दी गई सूचना में गलत साबित किया है. दारोगा भर्ती जो 2016 में हुई थी उसे भी मुख्यमंत्री ने अपनी उपलब्धियों में गिनाया. संविदा के तहत हुई नियुक्तियों को सरकारी नौकरी देने की बात कही.
सीवाईएसएस अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री ने शिक्षक नियुक्तियों के जो आंकड़े पेश किये हैं, उनमें 22,000 से अधिक शिक्षक अभी भी टहल रहे हैं. उन्हें नियुक्ति पत्र के लिए कभी टंकियों पर चढ़ना पड़ रहा है, तो कभी सड़क पर पुलिस की लाठियां खानी पड़ रही हैं.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में कहा है कि उत्तर प्रदेश अधीनस्थ चयन आयोग के जरिए 19 हजार से अधिक नियुक्तियां की गईं. जबकि आरटीआई से मिली जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने सिर्फ 14,591 नियुक्तियां की, वो भी पूर्ववर्ती सरकार में हुई थी. योगी सरकार में 12,000 पदों के लिए आवेदन मांगे गए. जिसके लिए 51,00,000 से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन डालें. जिससे सरकार के खाते में 1,20,000 करोड़ रुपये गए. लेकिन नियुक्तियां अभी भी नहीं हो सकी हैं.
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सीवाईएसएस अध्यक्ष ने कहा कि सरकार नौजवानों से यह कहकर सत्ता में आई थीं कि उत्तर प्रदेश में डबल इंजन की सरकार बनेगी तो हर साल 13,00,000 लोगों को नौकरियां मिल सकेंगी. इसके बाद साढे 4 साल में युवाओं को सिर्फ गुमराह किया गया. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन हो, कृषि विभाग, आयुष नगर विकास विभाग, चिकित्सा, शिक्षा विभाग और अन्य विभाग जिसका मुख्यमंत्री ने सदन में जिक्र किया है. सभी गलत आंकड़े प्रस्तुत किए गए हैं.