लखनऊ: आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी और राज्य सभा सांसद संजय सिंह ने यूपी सरकार के मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह के ट्वीटर हैंडल पर शेयर की गईं तस्वीरों पर सफाई दी. सिद्धार्थनाथ सिंह ने दिल्ली के स्कूलों की बदहाली से जुड़ी कुछ तस्वीरें साझा की थी.
'ट्विटर पर परोसा झूठ'
गोमतीनगर स्थित आम आदमी पार्टी के कार्यालय में प्रदेश प्रभारी संजय सिंह ने कहा कि योगी आदित्यनाथ के मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह उत्तर प्रदेश के गवर्नेंस मॉडल और दिल्ली के गवर्नेंस मॉडल पर खुली चुनौती दी. दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने उनकी चुनौती स्वीकार की और वो 22 दिसंबर को वो लखनऊ आ रहे हैं. लेकिन 48 घंटे बीत गए हैं अब तक सिद्धार्थनाथ सिंह की ओर से बहस की जगह और समय के बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है. उन्होंने बस ट्विटर पर झूठ परोसा है.
सिद्धार्थनाथ सिंह के तस्वीरों कितनी झूठी हैं उनका साक्ष्य देते हुए प्रदेश प्रभारी ने कहा कि सिद्धार्थ नाथ सिंह एक बेहद जिम्मेदार मंत्री है, जिन्होंने अपने झूठ को छिपाने के लिए दिल्ली के पुराने स्कूलों की फोटो ट्विटर पर पोस्ट कर चिंता जताई है.
सजंय सिंह ने दी सफाई
उत्तर प्रदेश मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने राजकीय सर्वोदय कन्या विद्यालय पुल बंगश दिल्ली की एक तस्वीर ट्वीट की थी. इस पर सजंय सिंह ने सफाई देते हुआ कहा है कि वर्ष 2015 की तस्वीर तब ये स्कूल ASI की बिल्डिंग में चल रहा था, जो सरकारी आदेश के बाद बंद किया जा चूका है. अब यहां कोई स्कूल नहीं है और यहां पढ़ने वाले बच्चो को दूसरे बेहतरीन स्कूल में शिफ्ट किया जा चुका है. वहीं सिद्धार्थ नाथ सिंह द्वारा ट्वीट की गई दूसरी तस्वीर गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल सोनिया विहार पर सफाई देते हुए संजय सिंह ने कहा कि 2015 -16 की तस्वीर है, जब केजरीवाल सरकार ने स्कूलों का काया कल्प शुरू किया था. आज यहां एक शानदार स्कूल मौजूद है.
बता दें कि दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने सीएम योगी और मंत्रियों को शिक्षा पर बहस करने का चैलेंज दिया था. जिसके बाद आप के यूपी प्रभारी संजय सिंह ने सेल्फी विद स्कूल और सेल्फी विद खंडहर अभियान चलाने का ऐलान किया था. इस अभियान में सीएम योगी और मंत्रियों को शिक्षा पर बहस करने को चैलेंज दिया है. अरविंद केजरीवाल के यूपी विधानसभा चुनाव 2022 लड़ने के ऐलान के साथ ही यूपी में बयानबाजियां शुरू हो गयी हैं.