लखनऊ: आम आदमी पार्टी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि सरकार ने आम जनता के लिए जो भी कोविड हेल्प लाइन नंबर जारी किए हैं, उनमें से कोई भी फोन नंबर उठ नहीं रहा है. मुख्यमंत्री खुद बताएंगे कौन सा फोन नंबर उठ रहा है. पार्टी ने आरोप लगाया कि यूपी में कोरोना के मरीजों के लिए न तो बेड है न ऑक्सीजन और न ही वेंटिलेटर लेकिन सरकार झूठे दावे कर रही है.
स्वास्थ्य मंत्री के जिले का हाल है बेहाल
आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता वैभव माहेश्वरी ने मंगलवार को कहा कि सूबे के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह के प्रभार वाले जिले का ही हाल बेहाल है. यहां एल-1 हॉस्पिटल के कमरा नम्बर 122 में भर्ती मरीज अंजू बरनवाल की हालत बिगड़ी और ऑक्सीजन लेवल 35 पर पहुंच गया. मरीज के पति ने सीएमओ के सीयूजी नंबर पर बार-बार फोन मिलाया, लेकिन सीएमओ ने फोन ही स्विच ऑफ कर दिया. इतना ही नहीं अंजू बरनवाल के बेटे सुलताननपुर के ही सीडीओ के कैमरापर्सन हैं और खुद सीडीओ ने ऑक्सीजन की व्यवस्था के लिए सीएमओ से पैरवी भी की थी, लेकिन फिर भी अंजू बरनवाल को ऑक्सीजन नहीं मिल सका और उन्होंने दम तोड़ दिया.
मेरठ में 8 लोगों की मौत का कौन है जिम्मेदार
आप प्रवक्ता ने कहा कि मेरठ के केएमसी अस्पताल में भी सोमवार रात ऑक्सीजन की कमी से आठ लोगों की मौत हो गई. बुलंदशहर में फुटपाथ पर एक महिला को उसके परिजन लेकर पड़े रहे, लेकिन जिला अस्पताल प्रशासन ने बिना कोविड जांच रिपोर्ट दिए भर्ती करने से इंकार कर दिया. उन्होंने पूछा इन मौतों का कौन जिम्मेदार है.
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नजर आ रही है जनप्रतिनिधियों की लाचारगी
पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि मेरठ से भाजपा सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है कि इस समय मेरठ में करीब 35 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की ज़रूरत है, लेकिन मात्र 10 मीट्रिक टन गैस की ही आपूर्ति हो रही है. जिस स्पीड से संक्रमण फैल रहा है, भाजपा के जनप्रतिनिधि खुद अव्यवस्था की पोल खोल रहे हैं. भाजपा के ही प्रवक्ता आलोक अवस्थी ने ट्वीट करके एक मरीज के लिए बेड और वेंटिलेटर की व्यवस्था करने की शासन से गुहार लगाई. लेकिन मुख्यमंत्री संपादकों के साथ बैठक में सिर्फ और सिर्फ झूठे दावे कर रहे हैं.