लखनऊ : आये दिन कोई ना कोई परिवार जहरीली शराब का शिकार हो जाता है. पलभर में उनकी दुनिया उजड़ जाती है. प्रयागराज के फूलपुर में शराब कांड के पीड़ितों का दर्द कम नहीं हो रहा. अस्पताल में भर्ती 4 मरीजों के आंखों की रोशनी चली गयी. जिले के फूलपुर, अमिलिया और वरुणा गांव में 19 और 20 नवंबर को कई लोगों ने देसी शराब के ठेके से शराब खरीदी थी. शराब पीने के बाद 6 लोगों की मौत हो गयी. कई लोगों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया. इनमें से 4 लोगों की आंखों की रोशनी सोमवार को चली गयी.
जहरीली शराब के मामले में पुलिस ने गिरफ्तारी भी की. शराब ठेकेदार संगीता देवी जायसवाल और पति श्याम बाबू जायसवाल को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपियों के खिलाफ एनएसए और गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई होगी. उत्तर प्रदेश में जहरीली शराब से मौत का यह कोई पहला मामला नहीं है.
फिरोजाबाद में गईं 3 की जान
फिरोजाबाद जिले के खैरगढ़ थाना इलाके के शेखपुरा गांव में जहरीली शराब पीने से तीन लोगों की मौत हो गयी. 16 नवंबर की शाम को लोगों ने शराब पी थी. 17 नवंबर की सुबह दो लोगों की मौत हो गयी. इसके बाद शाम होते-होते एक और की जान चली गयी. लोगों ने अवैध तरीके से शराब बेचे जाने पर रोक लगाने की मांग को लेकर हंगामा भी किया.
लखनऊ में भी हुई 3 की मौत
राजधानी लखनऊ के बंथरा थाना इलाके में जहरीली शराब पीने से 3 लोगों की मौत हो गयी. दिवाली के ठीक एक दिन पहले यानि 13 नवंबर को लतीफ नगर रसूलपुर में हड़कंप मच गया. 3 लोगों की मौत के साथ ही 6 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से बीमार हो गये. मरने वालों में सभी 30 से 40 साल के व्यक्ति थे. इलाज के दौरान एक और शख्स ने दम तोड़ दिया.
बागपत में 5 ने तोड़ा दम
बागपत के चांदीनगर थाना इलाके में जहरीली शराब पीने से 5 लोगों की मौत हो गयी. मौत के बाद लखनऊ से लेकर बागपत तक हड़कंप मच गया. जिले के चमरावल गांव में एक-एक कर पांच लोगों की मौत हो गयी.
बाराबंकी में 26 को ली गई जहरीली शराब
बाराबंकी जिले के रानीगंज बाजार में देसी शराब के ठेके से रानीगंज और आसपास के गांव के लोगों ने शराब खरीद कर पी थी. इस जहरीली शराब की वजह से एक-एक कर 26 लोगों की जान चली गयी थी. इस मामले में 8 लोगों की गिरफ्तारी हुई.