लखनऊ: गंगा-जमुनी तहजीब लखनऊ की खासियत रही है. यह खासियत बुधवार को एक बार फिर लखनऊ से सटे मलिहाबाद में दिखी, जहां मुस्लिम महिला गुलनाज अंजुम खान ने हिन्दू रीति-रिवाज के साथ अपने पति की दीर्घायु की कामना करते हुए करवाचौथ का व्रत रखा.
सहेलियां को देखकर रखा था व्रत, पति ने दी इजाजत
मलिहाबाद निवासी अंजुम राइस खान और उनकी पत्नी गुलनाज अंजुम खान का धर्म इस्लाम है. इस दंपति ने हिन्दू रीति-रिवाज के साथ करवाचौथ का त्यौहार मनाया. गुलनाज ने वह सारी रस्में निभाईं, जो इस व्रत में विवाहित महिलाएं निभाती हैं. इस खास मौके पर गुलनाज अंजुम खान ने कहा कि काफी लंबे समय से वह करवाचौथ के व्रत को रखना चाहती थीं. उनकी कई हिंदू मित्र भी करवाचौथ का व्रत रखती हैं. व्रत के तौर-तरीकों से गुलनाज बहुत प्रभावित होती थी. गुलनाज का कहना है कि इस बार उन्होंने अपने पति की इजाजत लेकर करवाचौथ का व्रत रखा था. रस्में निभाकर अच्छा लगा.
भारत का कल्चर है करवाचौथ, सेलिब्रेट करें
रस्में निभाने के बाद गुलनाज के पति राइस अंजुम खान ने बीवी के इस कदम को सराहा. राइस ने बताया कि इस बार उनकी पत्नी ने हिन्दू रीति-रिवाज के मुताबिक करवाचौथ का व्रत रखा था. बुधवार शाम दोनों ने अपने घर की छत पर खड़े होकर चांद का दीदार करते हुए अपना व्रत खोला. पति अंजुम राइस खान की नजर में यह सेलिब्रेशन भारत की संस्कृति है, जिसे गंगा-जमुनी तहजीब कहते हैं. यह परंपरा सबको आपस में मिल-जुलकर एक साथ रहने की सीख देती है, जो इस वक्त की बेहद अहम जरूरत है.