लखनऊ: बीते साल 19 दिसंबर को राजधानी में हुई हिंसा के आरोपियों के पोस्टर सरकार द्वारा लगाए जाने का मामला इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंचा और अभी वहां पर मामला लंबित भी है, लेकिन लाख विरोध के बाद योगी सरकार के समर्थन में हिंसा के आरोपियों के खिलाफ स्वयं को सीएम योगी का भक्त बताने वाले सोनू ठाकुर ने शहर में ही कई जगह पोस्टर लगा डाले और एक नंबर जारी किया, जिस पर आरोपियों का पता बताने और उन्हें पकड़वाने वाले को पांच हजार रुपये इनाम दिए जाने का एलान किया है.
सोनू ठाकुर की तरफ से जो पोस्टर लगाए गए हैं, उनमें आरोपियों के बाकायदा चित्र भी प्रदर्शित किए गए हैं. पोस्टर पर साफ तौर पर लिखा है 'उत्तर प्रदेश सरकार जिंदाबाद' 'शर्म करो सरकारी संपत्तियों का जो नुकसान किए हो उसकी भरपाई करो' यह भी लिखा है कि 'बाबा योगी के सम्मान में योगी भक्त मैदान में' और पोस्टर पर ही नोट लगाया गया है, जिसमें लिखा है कि जो इन दंगाइयों का पता बताएगा उसे पांच हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा. बाकायदा मोबाइल नंबर भी जारी किया गया है.
प्रदेश की योगी सरकार ने शहर के विभिन्न चौराहों पर पोस्टर लगवाए तो इसका जमकर विरोध हुआ था. मामला हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया. हाईकोर्ट ने सरकार से पूछा कि किस कानून के तहत यह पोस्टर लगाए गए हैं? यह निजता का हनन है और इन्हें तत्काल हटाया जाए. इसके खिलाफ योगी सरकार सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई और अभी यहां पर सुनवाई लंबित है. अब योगी सरकार के समर्थन में पोस्टर लगना शुरू हो गए हैं.
सोनू ठाकुर ने कहा कि लखनऊ के अटल चौक चौराहे के अलावा अन्य चौराहों पर भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समर्थन में पोस्टर लगवाए हैं. पोस्टर पर एक मोबाइल नंबर भी जारी किया है, जिस पर आरोपियों का जो भी पता बताएगा या उसे पकड़वाएगा उसको पांच हजार का इनाम दिया जाएगा. इतना ही नहीं बताने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा.
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