लखनऊ: राजधानी लखनऊ के लोहिया संस्थान के पांचवे तल पर बाथरूम के अंदर फांसी लगाकर अपनी जान दे दी. बताया जा रहा है कि मरीज डिप्रेशन का शिकार था और लोहिया संस्थान के गैस्ट्रो मेडिसिन विभाग में भर्ती कराया गया था. लोगों का कहना है कि डिप्रेशन में आकर ही उसने ने कदम उठाया है.
बाथरूम में मिली मरीज की लाश
राजधानी लखनऊ के गोमतीनगर स्थित लोहिया संस्थान में दरअसल मिश्रिख निवासी, महेश प्रताप सिंह 47 वर्षीय मरीज सुबह अचानक गायब हो गया. तब परिजनों ने उसकी तलाश शुरू कर दी. कुछ देर बाद जब वो मिला तो उसे देख सबके होश उड़ गये. मरीज बाथरूम में फंदे पर लटका पाया गया. इस पूरे घटनाक्रम की सूचना परिजनों ने अस्पताल प्रशासन को दी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
20 सितंबर को कराया गया था भर्ती
मृतक मरीज की भाभी अर्चना सिंह ने बताया कि महेश को पीलिया की शिकायत थी. हालांकि इसका इलाज मिश्रिख के निजी अस्पताल में चल रहा था. इलाज से कोई फायदा न होने पर 20 सितंबर को इलाज के लिए लोहिया भर्ती करवाया गया था.
हमारी जानकारी के अनुसार पेशेंट डिप्रेशन का शिकार था. डिप्रेशन ही इसका कारण है माना जा रहा है. बाथरुम गये थे और दो तीन घंटे वो बाहर नहीं आये. हमारे स्टाफ गये तो उन्होंने देखा कि चादर से उन्होंने फांसी लगा ली थी.
- डॉ विक्रम सिंह,प्रवक्ता, राम मनोहर लोहिया संस्थान