लखनऊ: लखनऊ के पारा थाना में महिला को नौकरी दिलाने का झांसा देकर उसके साथ दुष्कर्म करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पीड़िता ने बताया कि आरोपी उसे सचिवालय कर्मी बन चंगुल में फंसाकर दुष्कर्म करता रहा है. इसके अलावा आरोपी वीडियो बनाकर काफी समय से उसे ब्लैकमेल कर रहा था. आरोपी को पारा पुलिस ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया.
फर्जी सचिवालय कर्मी बन महिला से किया दुष्कर्म
लखनऊ के पारा थाने की रहने वाली महिला को फर्जी सचिवालय कर्मी बन उदित अवस्थी ने अपने झांसे में लिया. आरोपी ने उसे सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा दिया. नौकरी की उम्मीद में पीड़िता ने आरोपी को काफी पैसे भी दे दिए. पीड़िता का आरोप है कि उदित ने फॉर्म भरवाने के बहाने उसे आगरा बुलाया था. इस दौरान उसने चाय में नशीला पदार्थ मिलाकर उसे पिलाया था. नशे की हालत में उदित ने उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए और उसका वीडियो भी बना लिया.
वीडियो बनाकर महिला को किया ब्लैकमेल
पीड़िता का आरोप है कि उदित ने उसका वीडियो बनाकर उसे वायरल करने के धमकी दी और कई बार ब्लैकमेल किया. आरोपी 2017 से लेकर अभी तक पीड़िता के साथ कई बार अलग-अलग जगहों पर जबरन संबंध बना चुका है. इसके अलावा वह ब्लैकमेल कर 22 लाख रुपए और सोने-चांदी के जेवरात भी ले चुका है.
परिजनों के कहने पर थाने में की शिकायत
दुष्कर्म के अलावा नगदी व जेवरात देने की बात जब महिला ने अपने घर में बताई तो परिजनों ने हिम्मत कर थाने में उदित अवस्थी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. महिला द्वारा पुलिस को उदित अवस्थी का मोबाइल नंबर और फोटो उपलब्ध कराया गया. जिसके बाद पुलिस ने गहनता से जांच करते हुए जानकारी एकत्र की. जिसके बाद रविवार को आलमबाग बस स्टैंड के करीब उदित अवस्थी को गिरफ्तार किया गया. आरोपी ने पूछताछ में अपना नाम संजय दुबे उर्फ बबलू दुबे मथुरा निवासी बताया.
नाम बदलकर करता था महिलाओं से फरेब
पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी के पास से तलाशी लेने पर एक कागज प्राप्त हुआ. जिसमें उसका नाम मुदीत मोहन चौरसिया और दूसरा नाम मुदित मोहन चौहान भी मिला. पुलिस को छानबीन में यह भी पता चला कि आरोपी इससे पहले भी कई महिलाओं से बातचीत करता रहा है और नाम बदल-बदलकर ठगी का काम भी करता रहा है. पुलिस ने यह भी जानकारी दी कि आरोपी इससे पहले कन्नौज में कठोर धाराओं में 10 वर्ष की कारावास पूर्ण कर चुका है और 2017 में बाहर आया था.