लखनऊ: दो दिन पहले मजदूरी के लिए निकले एक मजदूर का शव संदिग्ध परिस्थितियों में छतौनी गांव से बाहर नाले के पानी में पड़ा पाया गया. शव की पहचान नगराम के छतौनी गांव निवासी राम सेवक के रूप में की गयी. मृतक के भाई की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करते हुए मृतक का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया.
इंस्पेक्टर नगराम वीरेंद्र सोनकर के अनुसार, मृतक के बाईं आंख के पास हल्की चोटों के निशान पाए गये हैं. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा. नगराम के छतौनी गांव निवासी राम मिलन ने बताया कि उनका मंझला भाई राम सेवक अपनी पत्नी व बच्चों सहित अलग रहता था. वह दैनिक मजदूरी कर परिवार का पालन-पोषण करता था. रविवार सुबह साइकिल से वह घर से मजदूरी करने निकला था. देर शाम तक घर वापस न लौटने पर उसकी तलाश की जा रही थी. मंगलवार दोपहर के समय उसका शव छतौनी गांव से दक्षिण तरफ नाले के पानी में पड़ा मिला. उसकी साइकिल व मोबाइल फोन भी गायब मिले हैं.
इंस्पेक्टर नगराम वीरेंद्र सोनकर ने बताया कि मृतक के भाई राम मिलन के द्वारा दी गयी तहरीर में किसी को आरोपित नहीं किया गया है. शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा दिया गया है. रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. वहीं दो दिन से गायब राम सेवक के शव मिलने की खबर घर पहुंचते ही परिवार में कोहराम मच गया. पत्नी समेत परिजनों का बुरा हाल था. परिवार में पत्नी मनोरमा (38 वर्ष) और दो लड़के नितिन (18 वर्ष) रोहित (15 वर्ष) व एक लड़की स्नेहा (10 वर्ष) हैं.