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2019 ने लगाया उन्नाव रेप कांड की पीड़िता के जख्मों पर मरहम

उत्तर प्रदेश में चर्चित उन्नाव रेप कांड का 2019 के दिसंबर में कोर्ट के फैसले के पीड़िता को न्याय मिल गया. 2017 से शुरू हुए इस मामले को 20 दिसंबर की तारीख को अंत कर दिया गया. कोर्ट ने प्रमुख आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को उम्र कैद की सजा के साथ 25 लाख रुपये जुर्माने की सजा दी गई.

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कुलदीप सिंह सेंगर को उम्र कैद की सजा.
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Published : Dec 31, 2019, 11:49 PM IST

लखनऊः उन्नाव जिला स्थित माखी गांव निवासी एक किशोरी ने जून 2017 में विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और उसके साथियों पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था. आरोप लगाने के बाद किशोरी अचानक गायब हो गई थी. जिसके बाद घर वालों के थाने में शिकायत करने के 9 दिन बाद वह औरैया जिले के एक गांव में मिली थी. इस मामले में दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट ने 20 दिसंबर 2019 को विधायक को दोषी करार देते हुए उम्र कैद की सजा सुनाई.

उन्नाव रेपकांड में कब-क्या हुआ.... एक नजर में:

  • 4 अप्रैल 2018 को दुष्कर्म पीड़िता के पिता को पीटा गया.
  • पुलिस ने घायल के खिलाफ रिपोर्ट लिख अस्पताल भेज दिया.
  • 5 अप्रैल 2018 अस्पताल से पीड़िता के घायल पिता को जेल भेजा गया.
  • 7 अप्रैल 2018 विधायक उसके भाई व अन्य पर मुकदमा दर्ज करने की मांग कर पीड़िता ने सीएम आवास के सामने आत्मदाह का प्रयास किया.

इसे भी पढ़ें- स्पेशल रिपोर्ट: जाते-जाते अयोध्या विवाद सुलझा गया साल 2019

  • 8 अप्रैल 2018 दुष्कर्म पीड़िता के पिता को जेल से अस्पताल लाया गया, जहां उसकी मौत हो गई.
  • 9 अप्रैल 2018 विधायक के भाई अतुल सिंह व अन्य पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया.
  • 10 अप्रैल 2018 विधायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज और हत्या के मामले में विधायक के भाई अतुल की गिरफ्तारी हुई.
  • 11 अप्रैल 2018 एसआईटी ने पीड़िता के गांव जाकर मामले की जांच की और रिपोर्ट सीएम को सौंपी.
  • 12 अप्रैल 2018 सीबीआई ने विधायक और उसके सहयोगी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया.
  • 13 अप्रैल 2018 की रात में सीबीआई ने विधायक को गिरफ्तार किया.
  • 14 अप्रैल 2018 सीबीआई द्वारा विशेष पॉक्सो कोर्ट में विधायक को पेश किया गया, जहां से जेल भेजा गया.
  • 28 अप्रैल 2018 रिमांड पूरी होने के बाद विधायक को जिला कारागार उन्नाव भेजा गया.

इसे भी पढ़ें- 2019 ने दिया 'तीन तलाक' को तलाक

  • 28 अगस्त 2019 रायबरेली जेल जाते समय रेप पीड़िता की कार का एक्सीडेंट हुआ, जिसमें पीड़िता समेत वकील गंभीर रूप से घायल हो गए.
  • दुर्घटना में पीड़िता की चाची की मौत हो गई.
  • सुप्रीम कोर्ट ने मामले पर संज्ञान लेते हुए सुनवाई दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में करने का आदेश दिया.
  • 3 फरवरी 2019 जिला कारागार से दुष्कर्म पीड़िता के चाचा को रायबरेली जेल भेजा गया, जहां से सुरक्षा कारणों के चलते उसे दिल्ली की तिहाड़ जेल भेजा गया. वर्तमान में भी वह वहीं बंद है.
  • 11 अक्तूबर 2019 पीड़िता की कार पर हमले के मामले में सीबीआई ने कुलदीप सेंगर के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की.
  • 16 दिसंबर 2019 कोर्ट ने कुलदीप सेंगर को अपहरण और बलात्कार के मामले में दोषी ठहराया.
  • 20 दिसंबर 2019 अदालत ने कुलदीप सेंगर को उम्र कैद की सजा सुनाई. साथ ही उस पर 25 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया.

लखनऊः उन्नाव जिला स्थित माखी गांव निवासी एक किशोरी ने जून 2017 में विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और उसके साथियों पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था. आरोप लगाने के बाद किशोरी अचानक गायब हो गई थी. जिसके बाद घर वालों के थाने में शिकायत करने के 9 दिन बाद वह औरैया जिले के एक गांव में मिली थी. इस मामले में दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट ने 20 दिसंबर 2019 को विधायक को दोषी करार देते हुए उम्र कैद की सजा सुनाई.

उन्नाव रेपकांड में कब-क्या हुआ.... एक नजर में:

  • 4 अप्रैल 2018 को दुष्कर्म पीड़िता के पिता को पीटा गया.
  • पुलिस ने घायल के खिलाफ रिपोर्ट लिख अस्पताल भेज दिया.
  • 5 अप्रैल 2018 अस्पताल से पीड़िता के घायल पिता को जेल भेजा गया.
  • 7 अप्रैल 2018 विधायक उसके भाई व अन्य पर मुकदमा दर्ज करने की मांग कर पीड़िता ने सीएम आवास के सामने आत्मदाह का प्रयास किया.

इसे भी पढ़ें- स्पेशल रिपोर्ट: जाते-जाते अयोध्या विवाद सुलझा गया साल 2019

  • 8 अप्रैल 2018 दुष्कर्म पीड़िता के पिता को जेल से अस्पताल लाया गया, जहां उसकी मौत हो गई.
  • 9 अप्रैल 2018 विधायक के भाई अतुल सिंह व अन्य पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया.
  • 10 अप्रैल 2018 विधायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज और हत्या के मामले में विधायक के भाई अतुल की गिरफ्तारी हुई.
  • 11 अप्रैल 2018 एसआईटी ने पीड़िता के गांव जाकर मामले की जांच की और रिपोर्ट सीएम को सौंपी.
  • 12 अप्रैल 2018 सीबीआई ने विधायक और उसके सहयोगी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया.
  • 13 अप्रैल 2018 की रात में सीबीआई ने विधायक को गिरफ्तार किया.
  • 14 अप्रैल 2018 सीबीआई द्वारा विशेष पॉक्सो कोर्ट में विधायक को पेश किया गया, जहां से जेल भेजा गया.
  • 28 अप्रैल 2018 रिमांड पूरी होने के बाद विधायक को जिला कारागार उन्नाव भेजा गया.

इसे भी पढ़ें- 2019 ने दिया 'तीन तलाक' को तलाक

  • 28 अगस्त 2019 रायबरेली जेल जाते समय रेप पीड़िता की कार का एक्सीडेंट हुआ, जिसमें पीड़िता समेत वकील गंभीर रूप से घायल हो गए.
  • दुर्घटना में पीड़िता की चाची की मौत हो गई.
  • सुप्रीम कोर्ट ने मामले पर संज्ञान लेते हुए सुनवाई दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में करने का आदेश दिया.
  • 3 फरवरी 2019 जिला कारागार से दुष्कर्म पीड़िता के चाचा को रायबरेली जेल भेजा गया, जहां से सुरक्षा कारणों के चलते उसे दिल्ली की तिहाड़ जेल भेजा गया. वर्तमान में भी वह वहीं बंद है.
  • 11 अक्तूबर 2019 पीड़िता की कार पर हमले के मामले में सीबीआई ने कुलदीप सेंगर के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की.
  • 16 दिसंबर 2019 कोर्ट ने कुलदीप सेंगर को अपहरण और बलात्कार के मामले में दोषी ठहराया.
  • 20 दिसंबर 2019 अदालत ने कुलदीप सेंगर को उम्र कैद की सजा सुनाई. साथ ही उस पर 25 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया.
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year ender story : unnao rape case 


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