लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर धीरे-धीरे खत्म हो रही है. प्रदेश में दिन-ब-दिन कोरोना के मामले कम हो रहे हैं. सोमवार सुबह के आंकड़ों को मुताबिक, प्रदेश में 95 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं. दो मरीजों की संक्रमण से मौत हुई. राज्य में कोरोना का संक्रमण घट रहा है.भले ही कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप कम हो रहा हो, मगर खतरा अभी टला नहीं है. जरा सी लापरवाही भारी पड़ सकती है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों कोरोना की तीसरी लहर की संभावना जता रहे हैं. ऐसे में बेहद सतर्क रहने की जरूरत है.
उत्तर प्रदेश में रविवार को 24 घंटे में 2,77,890 टेस्ट किए गए. इतने लोगों की जांच में 222 लोगों में वायरस की पुष्टि हुई. इसके अलावा 45 मरीजों की मौत भी रविवार को दर्ज की गईं. प्रदेश में पिछले 60 दिनों से कोरोना के मामले कम हो रहे हैं. सोमवार को 169 लोगों ने वायरस को हराने में सफलता पाई है. वर्तमान में प्रदेश में 3,165 एक्टिव केस रह गए हैं.
0.1 फीसद रही पॉजिटीविटी रेट
प्रदेश में कोरोना मरीजों का कुल पॉजिटीविटी रेट 3 फीसद है. इसके अलावा 24 घण्टे में जहां राज्य में पॉजिटीविटी रेट 0.1 फीसद रह गई है. वहीं मृत्युदर अभी 1 फीसद पर बनी हुई है. जून माह में प्रदेश में संक्रमण दर का औसत 1 फीसद रहा है.
98.5 फीसद पर रिकवरी रेट
30 अप्रैल को यूपी में सर्वाधिक एक्टिव केस 3,10,783 थे. अब यह संख्या घटकर तीन हजार के करीब रह गई है. प्रदेश में मार्च में रिकवरी रेट 98.2 फीसद थी जो अप्रैल में घटकर 76 फीसद तक पहुंच गई था. वर्तमान में फिर रिकवरी रेट में तेजी आई है. जिसके बाद अब कोरोना रिकवरी रेट 98.5 फीसद हो गई है.
47 जनपदों में दस से कम मामले
सोमवार को प्रदेश में राज्य के 22 जिलों में कोरोना के केस शून्य रहे. 47 जनपदों में 10 से कम मरीज रहे. 6 जनपदों में डबल डिजिट में मरीज रिकॉर्ड किए गए. वहीं लखनऊ में 23 केस मिले. वहीं तीन मरीजों की मौत दर्ज हुई.
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कोरोना की तीसरी लहर की संभावना
कोरोना की तीसरी लहर (Third Wave Of Covid 19) को लेकर आईआईटी कानपुर (IIT Kanpur) ने एक शोध किया है, जिसके मुताबिक इस साल सितंबर-अक्टूबर तक यह अपने चरम पर पहुंच सकता है. इस शोध में तीन तरह के संभावित परिदृश्य बताए गए हैं और उसी के मुताबिक अनुमान जाहिर किए गए हैं. हालांकि, इसमें वैक्सीनेशन के अलावा कुछ और ताजे आंकड़े नहीं जोड़े गए हैं. जिसपर अभी काम चल रहा है और अगले हफ्ते एक और शोध जारी किए जाने की उम्मीद है. इस स्टडी से यह जाहिर हो रहा कि देश को दूसरी लहर जैसा दिन फिर न देखना पड़े, इसके लिए कोविड अनुकूल बर्ताव बहुत ही आवश्यक है.