लखनऊ: यूपी में अक्टूबर माह में कोरोना वायरस (Third Wave of Corona Viras) की तीसरी लहर का खतरा मंडरा रहा है. ऐसे में अस्पतालों में ऑक्सीजन व्यवस्था दुरुस्त करने के आदेश दिए गए हैं. दावा है कि राज्य में 30 दिन के अंदर 90 ऑक्सीजन प्लांट (Oxigen Plante) स्थापित किए जाएंगे.
अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल के मुताबिक, राज्य ऑक्सीजन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन रहा है. सीएचसी, जिला अस्पताल से लेकर मेडिकल कॉलेजों तक में प्लांट लगाए जा रहे हैं. इसमें मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट के साथ-साथ हवा से ऑक्सीजन जनरेट करने वाले प्लांट भी हैं. स्वास्थ्य विभाग के 549 अस्पतालों में ऑक्सीज प्लांट बनने हैं. इसमें से 459 प्लांट शुरू हो गए हैं. अब 30 दिन में 90 प्लांट शुरू करने के आदेश दिए गए हैं.
51 मेडिकल कॉलेजों में लगे प्लांट
राज्य में 22 सरकारी मेडिकल कॉलेज और 29 प्राइवेट मेडिकल कॉलेज हैं. इनमें सभी में मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट स्थापित कर दिए गए हैं. नेशनल मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (National Medical Council of India) ने हवा से ऑक्सीजन बनाने वाले प्लांट भी लगाने के निर्देश दिए हैं. कारण यदि ट्रांसपोर्टेशन में कोई अड़चन हो और मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई प्रभावित हो. तो ऐसी दशा में हवा से ऑक्सीजन बनाने वाले प्लांट मरीजों की जिंदगी बचाने में मददगार साबित होंगे.
यूपी में सामान्य दिनों में रोजना 200 से 300 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की खपत है. वहीं, कोरोना काल में दूसरी लहर (Second Wave of Corona Viras) के दरम्यान राज्य में ऑक्सीजन की खपत प्रतिदिन 1100 मीट्रिक टन तक हो गई थी. ऐसे में गंभीर मरीजों को ऑक्सीजन के लिए जूझना पड़ा था. ऑक्सीजन के अभाव में बड़ी संख्या में लोगों की जिंदगी दांव पर लग गई थी. शासन ने सभी अस्पतालों को ऑक्सीजन बैकअप दुरुस्त करने का निर्देश दिया है. वर्तमान में अस्पतालों को चार दिन का बैकअप मेंटेन करने के लिए कहा गया है. पहले 48 घंटे का बैकअप रखने का निर्देश था.