ETV Bharat / state

जीनोम सिक्वेंसिंग के 109 सैंपल में से 107 में मिला कोरोना का डेल्टा वैरिएंट, 2 में कप्पा वैरिएंट की पुष्टि - corona cases in uttar pradesh

राजधानी लखनऊ के केजीएमयू में 109 मरीजों की जीनोम सिक्वेंसिंग जांच कराई गई. इसमें 107 में डेल्टा वैरिएंट मिला है. वहीं दो मरीजों में कप्पा वैरिएंट पाया गया.

लखनऊ
लखनऊ
author img

By

Published : Jul 9, 2021, 8:17 PM IST

Updated : Jul 10, 2021, 3:19 AM IST

लखनऊ : यूपी में देश में सर्वाधिक छह करोड़ से अधिक टेस्ट किए गए है. वहीं केजीएमयू में 109 मरीजों की जीनोम सिक्वेंसिंग जांच कराई गई. इसमें 107 में डेल्टा वैरिएंट मिला है. वहीं दो मरीजों में कप्पा वैरिएंट पाया गया. संस्थान की माइक्रोबायोलॉजी की हेड डॉ. अमिता जैन के मुताबिक कप्पा वैरिएंट के पहले भी केस मिले हैं. यह बीच में कमजोर हो गया था. इसलिए इसका प्रकोप कम रहा. डेल्टा का कहर अधिक रहा.

यूपी में कोरोना मरीजों की जीन सिक्वेंसिंग जांच बढ़ा दी गई है. केजीएमयू में हुई जांच में दो मरीजों में कप्पा वैरिएंट (Kappa Variant) की पुष्टि हुई है. विशेषज्ञों के मुताबिक यह इंडियन वैरिएंट पहले भी पाया गया है. इससे घबराने की जरूरत नहीं है. अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल के मुताबिक यूपी में शुक्रवार को 24 घंटे में दो लाख 52 हजार 568 के करीब टेस्ट किए गए. इस दौरान 90 लोगों में वायरस की पुष्टि हुई. वहीं मरीजों की मौत की संख्या 13 रही. वही पिछले एक दिन में 162 लोगों ने वायरस को हराने में सफलता पाई है. वर्तमान में एक्टिव केस की संख्या 1697 है.


0.04 फीसद रही पॉजिटीविटी रेट

मरीजों की कुल पॉजिटीविटी रेट तीन फीसद घटकर 2.88 फीसदी रह गई है. इसके अलावा 24 घंटे में राज्य में पॉजिटीविटी रेट 0.04 फीसद है. वहीं मृत्युदर अभी एक फीसद पर बनी हुई है. जून में प्रदेश में संक्रमण दर का औसत एक फीसद रही. अब तक कुल संक्रमण दर 2.85 फीसद रही.

इसे भी पढ़ें- कोरोना कर्फ्यू का इंडस्ट्रीज पर बड़ा असर, उद्योगपतियों को हुआ करोड़ों का नुकसान



98.6 फीसद पर रिकवरी रेट

30 अप्रैल को यूपी में सर्वाधिक एक्टिव केस तीन लाख 10 हजार 783 था. अब यह संख्या घटकर 1697 रह गई है. वहीं रिकवरी रेट मार्च में 98.2 फीसद थी, जो अप्रैल में घटकर 76 फीसद तक पहुंच गई है. वर्तमान में फिर रिकवरी रेट 98.6 फीसद हो गई है. वहीं 2020 से अब तक कोरोना की कुल संक्रमण दर 2.84 फीसद रह गई. राज्य के 41 जिलों में कोरोना के केस शून्य रहे. 32 जनपदों में 10 से कम मरीज हैं. वहीं लखनऊ में फिर केस बढ़ गए हैं यहां 16 मरीज पाए गए.

वैक्सीन की दोनों डोज लेने वालों की जांच होगी

कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लेने वालों की जांच होगी. इसके लिए कोविशील्ड-कोवैक्सीन लगवाने वालों के सैंपल जुटाए जा रहे हैं. इनमें एंटीबॉडी की जांच की जाएगी. लखनऊ में अब तक 15 लाख से अधिक लोग वैक्सीन लगवा चुके हैं. इसमें को वैक्सीन और कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों की ही संख्या ज्यादा है. स्पुतनिक हाल में ही लगनी शुरू हुई है. ऐसे में कोविशील्ड-को वैक्सीन लगवाने वालों में कितनी में एंटीबॉडी बनी है, इसकी जांच कराई जाएगी. सीएमओ डॉ. संजय भटनागर के मुताबिक एंटीबॉडी जांच के लिए खून के नमूने लेने का काम चालू कर दिया गया है. कुल 500 लोगों के सैंपल लिए जाएंगे. इसमें 125 लोगों के खून के नमूने लिए जा चुके हैं. यह सैंपल शहरी-ग्रामीण दोनों क्षेत्र से जुटाए जाएंगे.


केजीएमयू की लैब जांएगे सैम्पल
सीएमओ डॉ. संजय भटनागर के मुताबिक हेल्थ टीम ब्लड सैम्पल जुटा रही है। इन्हें जांच के लिए केजीएमयू भेजा जाएगा। वैक्सीन और सीरो सर्वे की एंटीबॉडी का आकलन किया जाएगा। इसके बाद तीसरी लहर से निपटने की रणनीति में बदलाव किया जा सकेगा.

यूपी में शुक्रवार को छह लाख से अधिक लोगों को लगी वैक्सीन

यूपी में शुक्रवार को 6210 केंद्र पर टीका लगा. अब तक कुल तीन करोड़ 67 लाख 44 हजार 709 लोगों को वैक्सीन लग चुकी है. इसमें तीन करोड़ 10 लाख 62 हजार 667 लोगों पहली डोज और 52 लाख 82हजार 42 से अधिक लोगों को दूसरी डोज लग चुकी है. शुक्रवार शाम छह बजे तक 6 लाख 78 हजार 176 को डोज लगी. अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद के मुताबिक राज्य में पहले चार से पांच लाख लोगों को वैक्सीन लगाई जाती थी. जून के दूसरे सप्ताह से हर रोज 6 लाख टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया. वहीं 21 जून से हेल्थ टीम द्वारा सात लाख से साढ़े आठ लाख तक रोज डोज़ लगाना शुरू किया. ऐसे में जून में एक करोड़ डोज लगाने का लक्ष्य 24 दिन में हासिल कर लिया गया. जुलाई में सोमवार को एक दिन में 10 लाख 3 हजार 425 डोज लगाई गई. यह अब तक का एक दिन में सर्वाधिक वैक्सीन लगाने का रिकॉर्ड है. इससे पहले 24 जून को 8.63 लाख को टीका लगा था.

इसे भी पढ़ें- यूपी में खुल गए मल्टीप्लेक्स, जिम और सिनेमाघर, जानिए क्या हैं गाइडलाइन्स


डेल्टा प्लस को लेकर टीम अलर्ट

डेल्टा प्लस के केस अब यूपी समेत 13 राज्यों में रिपोर्ट किए गए हैं. 51 से अधिक मरीजों में इसकी पुष्टि हो चुकी है. ऐसे में एयरपोर्ट, बस स्टॉप, रेलवे स्टेशन पर अलर्ट है. हेल्थ टीम इन मरीजों का कोरोना टेस्ट कर रही है. वहीं पॉजिटिव आए मरीजों का सैंपल जीन सिक्वेंसिंग के लिए भी भेजा जा रहा है. यूपी में पहले 550 सैंपल की जीन सिक्वेंसिंग कराई गई. इन सैम्पल की जांच आईजीआईबी दिल्ली में हुई. इसमें किसी में डेल्टा प्लस की पुष्टि नहीं हुई. हालांकि 80 फीसद केस डेल्टा वैरिएंट के मिले. यूपी में दूसरी लहर में कोरोना के डेल्टा वैरिएंट का कहर रहा. वहीं डेल्टा प्लस का खतरा बढ़ गया है. इसको लेकर अलर्ट है.

43 हजार 890 में हाईलेवल एंटीबॉडी

यूपी में सीरो सर्वे कराया गया. इसमें 62,500 सैंपल का टेस्ट कराया गया, जिसमें 43 हजार 890 में हाई लेवल एंटीबॉडी मिली. इस सर्वे में सैपल का रेशियो मानकर चलें तो मार्च 2020 से 2021 तक प्रदेश में करीब छह लाख लोग कोरोना से संक्रमित हुए. इसके अलावा अप्रैल 2021 से 29 जून 2021 तक करीब 11 लाख संक्रमित हुए. इसमें से 70 फीसद में हाई लेवल एंटीबॉडी मिली.

लखनऊ : यूपी में देश में सर्वाधिक छह करोड़ से अधिक टेस्ट किए गए है. वहीं केजीएमयू में 109 मरीजों की जीनोम सिक्वेंसिंग जांच कराई गई. इसमें 107 में डेल्टा वैरिएंट मिला है. वहीं दो मरीजों में कप्पा वैरिएंट पाया गया. संस्थान की माइक्रोबायोलॉजी की हेड डॉ. अमिता जैन के मुताबिक कप्पा वैरिएंट के पहले भी केस मिले हैं. यह बीच में कमजोर हो गया था. इसलिए इसका प्रकोप कम रहा. डेल्टा का कहर अधिक रहा.

यूपी में कोरोना मरीजों की जीन सिक्वेंसिंग जांच बढ़ा दी गई है. केजीएमयू में हुई जांच में दो मरीजों में कप्पा वैरिएंट (Kappa Variant) की पुष्टि हुई है. विशेषज्ञों के मुताबिक यह इंडियन वैरिएंट पहले भी पाया गया है. इससे घबराने की जरूरत नहीं है. अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल के मुताबिक यूपी में शुक्रवार को 24 घंटे में दो लाख 52 हजार 568 के करीब टेस्ट किए गए. इस दौरान 90 लोगों में वायरस की पुष्टि हुई. वहीं मरीजों की मौत की संख्या 13 रही. वही पिछले एक दिन में 162 लोगों ने वायरस को हराने में सफलता पाई है. वर्तमान में एक्टिव केस की संख्या 1697 है.


0.04 फीसद रही पॉजिटीविटी रेट

मरीजों की कुल पॉजिटीविटी रेट तीन फीसद घटकर 2.88 फीसदी रह गई है. इसके अलावा 24 घंटे में राज्य में पॉजिटीविटी रेट 0.04 फीसद है. वहीं मृत्युदर अभी एक फीसद पर बनी हुई है. जून में प्रदेश में संक्रमण दर का औसत एक फीसद रही. अब तक कुल संक्रमण दर 2.85 फीसद रही.

इसे भी पढ़ें- कोरोना कर्फ्यू का इंडस्ट्रीज पर बड़ा असर, उद्योगपतियों को हुआ करोड़ों का नुकसान



98.6 फीसद पर रिकवरी रेट

30 अप्रैल को यूपी में सर्वाधिक एक्टिव केस तीन लाख 10 हजार 783 था. अब यह संख्या घटकर 1697 रह गई है. वहीं रिकवरी रेट मार्च में 98.2 फीसद थी, जो अप्रैल में घटकर 76 फीसद तक पहुंच गई है. वर्तमान में फिर रिकवरी रेट 98.6 फीसद हो गई है. वहीं 2020 से अब तक कोरोना की कुल संक्रमण दर 2.84 फीसद रह गई. राज्य के 41 जिलों में कोरोना के केस शून्य रहे. 32 जनपदों में 10 से कम मरीज हैं. वहीं लखनऊ में फिर केस बढ़ गए हैं यहां 16 मरीज पाए गए.

वैक्सीन की दोनों डोज लेने वालों की जांच होगी

कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लेने वालों की जांच होगी. इसके लिए कोविशील्ड-कोवैक्सीन लगवाने वालों के सैंपल जुटाए जा रहे हैं. इनमें एंटीबॉडी की जांच की जाएगी. लखनऊ में अब तक 15 लाख से अधिक लोग वैक्सीन लगवा चुके हैं. इसमें को वैक्सीन और कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों की ही संख्या ज्यादा है. स्पुतनिक हाल में ही लगनी शुरू हुई है. ऐसे में कोविशील्ड-को वैक्सीन लगवाने वालों में कितनी में एंटीबॉडी बनी है, इसकी जांच कराई जाएगी. सीएमओ डॉ. संजय भटनागर के मुताबिक एंटीबॉडी जांच के लिए खून के नमूने लेने का काम चालू कर दिया गया है. कुल 500 लोगों के सैंपल लिए जाएंगे. इसमें 125 लोगों के खून के नमूने लिए जा चुके हैं. यह सैंपल शहरी-ग्रामीण दोनों क्षेत्र से जुटाए जाएंगे.


केजीएमयू की लैब जांएगे सैम्पल
सीएमओ डॉ. संजय भटनागर के मुताबिक हेल्थ टीम ब्लड सैम्पल जुटा रही है। इन्हें जांच के लिए केजीएमयू भेजा जाएगा। वैक्सीन और सीरो सर्वे की एंटीबॉडी का आकलन किया जाएगा। इसके बाद तीसरी लहर से निपटने की रणनीति में बदलाव किया जा सकेगा.

यूपी में शुक्रवार को छह लाख से अधिक लोगों को लगी वैक्सीन

यूपी में शुक्रवार को 6210 केंद्र पर टीका लगा. अब तक कुल तीन करोड़ 67 लाख 44 हजार 709 लोगों को वैक्सीन लग चुकी है. इसमें तीन करोड़ 10 लाख 62 हजार 667 लोगों पहली डोज और 52 लाख 82हजार 42 से अधिक लोगों को दूसरी डोज लग चुकी है. शुक्रवार शाम छह बजे तक 6 लाख 78 हजार 176 को डोज लगी. अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद के मुताबिक राज्य में पहले चार से पांच लाख लोगों को वैक्सीन लगाई जाती थी. जून के दूसरे सप्ताह से हर रोज 6 लाख टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया. वहीं 21 जून से हेल्थ टीम द्वारा सात लाख से साढ़े आठ लाख तक रोज डोज़ लगाना शुरू किया. ऐसे में जून में एक करोड़ डोज लगाने का लक्ष्य 24 दिन में हासिल कर लिया गया. जुलाई में सोमवार को एक दिन में 10 लाख 3 हजार 425 डोज लगाई गई. यह अब तक का एक दिन में सर्वाधिक वैक्सीन लगाने का रिकॉर्ड है. इससे पहले 24 जून को 8.63 लाख को टीका लगा था.

इसे भी पढ़ें- यूपी में खुल गए मल्टीप्लेक्स, जिम और सिनेमाघर, जानिए क्या हैं गाइडलाइन्स


डेल्टा प्लस को लेकर टीम अलर्ट

डेल्टा प्लस के केस अब यूपी समेत 13 राज्यों में रिपोर्ट किए गए हैं. 51 से अधिक मरीजों में इसकी पुष्टि हो चुकी है. ऐसे में एयरपोर्ट, बस स्टॉप, रेलवे स्टेशन पर अलर्ट है. हेल्थ टीम इन मरीजों का कोरोना टेस्ट कर रही है. वहीं पॉजिटिव आए मरीजों का सैंपल जीन सिक्वेंसिंग के लिए भी भेजा जा रहा है. यूपी में पहले 550 सैंपल की जीन सिक्वेंसिंग कराई गई. इन सैम्पल की जांच आईजीआईबी दिल्ली में हुई. इसमें किसी में डेल्टा प्लस की पुष्टि नहीं हुई. हालांकि 80 फीसद केस डेल्टा वैरिएंट के मिले. यूपी में दूसरी लहर में कोरोना के डेल्टा वैरिएंट का कहर रहा. वहीं डेल्टा प्लस का खतरा बढ़ गया है. इसको लेकर अलर्ट है.

43 हजार 890 में हाईलेवल एंटीबॉडी

यूपी में सीरो सर्वे कराया गया. इसमें 62,500 सैंपल का टेस्ट कराया गया, जिसमें 43 हजार 890 में हाई लेवल एंटीबॉडी मिली. इस सर्वे में सैपल का रेशियो मानकर चलें तो मार्च 2020 से 2021 तक प्रदेश में करीब छह लाख लोग कोरोना से संक्रमित हुए. इसके अलावा अप्रैल 2021 से 29 जून 2021 तक करीब 11 लाख संक्रमित हुए. इसमें से 70 फीसद में हाई लेवल एंटीबॉडी मिली.

Last Updated : Jul 10, 2021, 3:19 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.