लखनऊ: प्रदेश की राजधानी स्थित लोकभवन में प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने प्रेस कांफ्रेंस की. इस दौरान उनके साथ अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद भी मौजूद रहे. प्रतिदिन होने वाली इस प्रेस कांफ्रेंस में कोरोना संक्रमण और उसकी रोकथाम के लिए सरकार द्वारा किए जाने वाले कार्यों और सरकार की तैयारियों का ब्यौरा दिया जाता है. प्रेस कांफ्रेस में जानकारी देते हुए अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण का प्रसार अभी भी तेजी से बढ़ रहा है. पिछले 24 घंटों में 817 कोरोना संक्रमण के नए प्रकरण सामने आए हैं.
प्रदेश में बढ़ रहा कोरोना रिकवरी रेट
उन्होंने बताया कि राहत की बात यह है कि राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों का रिकवरी प्रतिशत भी बढ़ रहा है. पूरे देश के रिकवरी प्रतिशत से यूपी का रिकवरी रेट करीब 10 प्रतिशत अधिक है. उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमितों के रिकवरी का प्रतिशत 69.36 प्रतिशत है जबकि राष्ट्रीय स्तर पर कोरोना संक्रमितों का रिकवरी का प्रतिशत 59.43 फीसद है.
प्रदेश में कोरोना के 6,869 एक्टिव केस
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने गुरुवार को बताया कि इस समय प्रदेश में 6,869 कोरोना के एक्टिव केस हैं. इलाज के उपरांत अस्पतालों से 17 हजार 221 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है. उन्होंने बताया कि संक्रमित लोगों में से अब तक 735 लोगों की मृत्यु हुई है. आइसोलेशन वार्ड में 6,874 लोगों को रखकर इलाज किया जा रहा है. फैसिलिटी क्वॉरेंटाइन में 4,495 लोगों को रखा गया है. इनका सैंपल लेकर जांच की कार्रवाई की जा रही है. जांच के बाद अगर कोई संक्रमित पाया जाता है तो उसे कोविड अस्पतालों में भर्ती करा कर इलाज कराया जाएगा. प्रदेश के कोविड अस्पतालों में इस समय एक लाख 51 हजार बेड मौजूद हैं.
लक्षण दिखने पर सामने आएं, इलाज निःशुल्क
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमितों की जांच और इलाज का पूरा खर्च राज्य सरकार उठा रही है. इसलिए बिना किसी हीन भावना के, बिना किसी डर और चिंता के लोग सामने आएं और अपना परीक्षण कराएं. संक्रमित होने की दशा में कोविड अस्पतालों में इलाज करवाएं. इसके साथ ही लक्षण दिखने पर हेल्पलाइन नंबर 1800180 5145 पर फोन करके सलाह ली जा सकती है या फिर अपने पास के सरकारी अस्पताल से सम्पर्क करें. पीएचसी, सीएचसी से लेकर बड़े अस्पतालों तक में कोविड-19 डेस्क की स्थापना की जा चुकी है. वहां पर भी कोरोना को लेकर प्रारंभिक स्क्रीनिंग जांच की जा सकती है.
पांच करोड़ लोगों तक पहुंची सर्विलांस की टीमें
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि बुधवार को प्रदेश में 24 हजार 890 सैंपल की जांच की गई. अब तक प्रदेश में 7,81,584 सैंपल की जांच की जा चुकी है. प्रदेश के जिलों से प्रयोगशालाओं को 26,735 सैंपल भेजे गए थे. प्रदेश में सर्विलांस की गतिविधि लगातार चल रही है. अब तक 25,296 इलाकों में सर्विलांस का काम किया गया है. जिनमें 9,982 हॉटस्पॉट इलाके हैं और 15,314 नॉन हॉटस्पॉट क्षेत्र हैं. इनमें 1,55,882 टीम के माध्यम से एक करोड़ 14 लाख 25 हजार 295 घरों का सर्विलांस हुआ है. इन क्षेत्रों में पांच करोड़ 82 लाख 10 हजार 332 लोग रहते हैं. प्रदेश में विभिन्न विभागों द्वारा साढ़े छह हजार से अधिक कोविड हेल्प डेस्क स्थापित कराए जा चुके हैं, इसका लाभ भी मिलना प्रारंभ हो गया है. सीएचसी, पीएचसी और जिला अस्पतालों में स्थापित कोविड हेल्प डेस्क के माध्यम से 2,553 लोगों की पहचान की गई है. उनके सैम्पल लेकर जांच के लिए भेज दिए गए हैं.