लखनऊ: 66वें राष्ट्रीय अधिवेशन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा शिक्षा क्षेत्र तथा युवाओं से जुड़े विषयों के साथ-साथ राष्ट्रीय महत्त्व से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा की गई. इनमें मुख्य रूप से पिछले और कमजोर वर्ग के लिए शिक्षा क्षेत्र में विशेष छूट देने की मांग की है. साथ ही छात्रों को शोध करने के लिए बजट बढ़ाने की भी मांग की गई है.
बैठक में बनाए गए 4 प्रस्ताव
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के अवध प्रांत पदाधिकारियों ने बुधवार को लखनऊ के कैसरबाग स्थित नवीन मार्केट शिक्षा क्षेत्र में विकास से जुड़े मुद्दों पर चर्चा को लेकर बैठक का आयोजन किया. इस अवसर पर प्रांतीय मंत्री अंकित शुक्ला ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद लगातार शिक्षा के क्षेत्र तथा युवाओं से जुड़े हुए मामलों को लेकर आवाज उठाता आ रहा है. अंकित शुक्ला ने बताया कि शैक्षिक गतिविधियों को लेकर 4 प्रस्ताव पारित किए गए हैं. जिसमें राष्ट्रीय भाव से जुड़ी हुई शिक्षा नीति, राष्ट्रीय परिदृश्य, आत्मनिर्भरता आदि शामिल है. इसके साथ ही प्रस्ताव के अंतर्गत विभिन्न पिछड़े तथा कमजोर वर्गों के लिए शिक्षा क्षेत्र में विशेष छूट, भारत केंद्रित पाठ्यक्रम के निर्माण, शोध के लिए बजट बढ़ाने तथा शिक्षा के क्षेत्र के लिए 6% बजट का आवंटन की मांग की है.
अधिवेशन में 1 लाख से अधिक विद्यार्थी हुए शामिल
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अवध प्रांत के प्रांतीय मंत्री अंकित शुक्ला ने बताया कि परिषद के 66वें अधिवेशन के अवसर पर 900 जगहों पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. जिसमें एक लाख से ज्यादा विद्यार्थियों शामिल हुए हैं. जिसमें गांव, कस्बों तथा महानगरों के शिक्षक एवं विद्यार्थियों ने प्रत्यक्ष एवं आभासी माध्यमों से अधिवेशन में हिस्सा लिया है. प्रांतीय मंत्री अंकित शुक्ला ने बताया कि शिक्षा क्षेत्र की गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर आंदोलन चलाने की रणनीति बनाई गई है. इसके साथ ही युवा उत्सव प्रतियोगिता का पोस्टर भी लांच किया गया. यह प्रतियोगिता अलगे साल से होगी.
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