लखनऊ: डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (Dr. A.P.J. Abdul Kalam Technical University) में बुधवार को कुलपति प्रो. प्रदीप कुमार मिश्र की अध्यक्षता में विद्यापरिषद की 66वीं बैठक हुई. बैठक में कुलपति प्रो. प्रदीप कुमार मिश्र ने छात्रहितों से संबंधित कई महत्वपूर्ण फैसले लिए. इसमें विलंब शुल्क को आधा करने का निर्णय हुआ तो परीक्षाओं के लिए प्रश्न बैंक बनाने के प्रस्ताव को हरी झंडी दी गई. इसके साथ ही विश्वविद्यालय में दो विभाग स्थापित करने के प्रस्ताव पर मंजूरी मिली. वहीं, वास्तुकला एवं योजना संकाय में एक और कोर्स संचालित करने समेत कई अन्य निर्णय भी लिए गए.
विद्यार्थियों को मिली राहत: कुलपति प्रो. प्रदीप कुमार मिश्र ने बैठक में छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए कई निर्णय लिए हैं. इसके चलते छात्रों से लिया जाने वाला विलंब शुल्क कम कर दिया गया है. विश्वविद्यालय उन छात्रों से जो समय रहते परीक्षा फॉर्म नहीं भरते, उत्तर पुस्तिकाओं में गलत रोल नंबर लिख देते हैं या बारकोड को खराब कर देते हैं उनसे निर्धारित विलंब शुल्क लेता है. बैठक में निर्धारित विलंब शुल्क को आधा करने का निर्णय लिया गया है. शुल्क कम हो जाने से आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को काफी राहत मिलेगी. कुलपति प्रो. प्रदीप कुमार मिश्र ने बताया कि छात्रों पर आर्थिक बोझ कम करने के लिए यह फैसला लिया गया है.
तैयार किया जाएगा प्रश्न बैंक: एकेटीयू जल्द ही परीक्षाओं के लिए प्रश्न बैंक तैयार करेगा. इस बाबत कुलपति प्रो. प्रदीप कुमार मिश्र ने बैठक में निर्णय लिया. इसके तहत उच्च शिक्षण संस्थाओं के विषय विशेषज्ञों को नामित करते हुए पाठ्यक्रम और ब्रांचवार समिति गठित कर प्रश्न बैंक बनाया जाएगा. प्रश्न पत्रों में चार सेक्शन होंगे. इनमें पहला वस्तुनिष्ठ प्रश्न, दूसरा लघु उत्तरीय प्रश्न, तीसरा दीर्घ उत्तरीय प्रश्न और चौथा दीर्घ उत्तरीय कठिन स्तर के प्रश्न होंगे. प्रश्न बैंक में प्रश्नों को 5 से 10 सालों के लिए तैयार किया जाएगा. वहीं प्रत्येक तीन वर्ष बाद प्रश्न बैंक में नए प्रश्नों को तैयार किया जाएगा.
परिसर में बीफार्मा और एमबीए की होगी पढ़ाई: बैठक में एकेटीयू परिसर में दो नए विभाग बनाए जाने का भी निर्णय लिया गया. इसके तहत फॉर्मेसी विभाग खोला जाएगा जिसमें बी.फार्मा की पढ़ाई होगी. इसके साथ ही प्रबंधन संकाय के तहत एमबीए शुरू करने का निर्णय लिया गया. कुलपति ने कहा कि परिसर में इन कोर्सेस के चलने से छात्रों को काफी फायदा होगा. वहीं, वास्तुकला एवं योजना संकाय में एक नया कोर्स पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन जीओ इन्फॉरमेटिक्स शुरू करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई. इस कोर्स के तहत उत्तीर्ण छात्रों को प्रोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा दिया जाएगा.
पढ़ाई के साथ कमाई भी: डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय की विद्यापरिषद की बैठक में बुधवार को महत्वपूर्ण निर्णय लिया गए. कुलपति प्रो. प्रदीप कुमार मिश्र की अध्यक्षता में हुई बैठक में सेंटर फॉर एडवांस्ड स्टडीज में पढ़ने वाले छात्रों को पढ़ाई के साथ कमाई करने का भी अवसर दिया गया है. छात्र सेंटर के लैब में कुछ घंटे काम कर सकते हैं. इसके पारिश्रमिक के रूप में उन्हें करीब दस हजार रूपये दिए जाएंगे.
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एमटेक के साथ पीएचडी: नई शिक्षा नीति के तहत बैठक में छात्रों हित में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया. अब एमटेक पीएचडी इंटीग्रेटेड करने को हरी झंडी दे दी गई है. छात्र एक साथ एमटेक और पीएचडी कर सकते हैं. इसमें प्रवेश एमटेक की तरह होगा.
बैठक में कुलसचिव नंदलाल सिंह, प्रति कुलपति प्रो. मनीष गौड़, वित्त अधिकारी जीपी सिंह, परीक्षा नियंत्रक प्रो. अनुराग त्रिपाठी, उपकुलसचिव डॉ. आरके सिंह, आईआईटी रूड़की के प्रो. बीआर गुर्जर, बीआईईटी झांसी के प्रो. पुलक मोहन त्रिपाठी, आरआईसी आजमगढ़ के निदेशक प्रो. विपिन त्रिपाठी, आरआईसी सोनभद्र के निदेशक प्रो. जीएस तोमर, इंद्रप्रस्थ इंजीनियरिंग कॉलेज गाजियाबाद के निदेशक प्रो. अजय कुमार व नारायणा कॉलेज कानपुर के प्रो. शैलेंद्र चतुर्वेदी मौजूद रहे.
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