लखनऊ: शहर के निशातगंज क्षेत्र में स्थित उमराव का हाता में मॉडल रैन बसेरा बनाया जाएगा. दीनदयाल अन्त्योदय योजना राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के अंतर्गत शहरी बेघरों के लिए यह आश्रय स्थल बनाया जाना है. यहां निशातगंज और आस-पास के इलाकों में फुटपाथ और सड़क किनारे गुजर बसर करने वालों को घर जैसी सुविधायें मिल सकेंगी. इतना ही नहीं, दूर-दराज इलाकों से आने वाले लोगों को ठहरने के लिये एक बेहतर स्थल यहां मिलेगा. यह पूरी तरह से निशुल्क होगा.
भारतेंदु हरिश्चन्द्र वार्ड के पल्टन छावनी में इस तरह का आश्रय स्थल डूडा ने बनवाया है. दीनदयाल अन्त्योदय योजना राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के अंतर्गत शहरी बेघरों के लिए यह आश्रय स्थल बनाया जाना है. करीब 28 लाख में 60 बेड की क्षमता वाला यह आश्रय स्थल बनाया जाएगा. निशातगंज स्थित उमराव का हाता में यह आश्रय गृह बनाया जाना है. स्थानीय निवासी शकील ने बताया कि यहां अवैध तरीके से मदरसा और छह दुकानें बनी थीं. डूडा के माध्यम से इन्हें ध्वस्त करा दिया गया है. जमीन खाली करा ली गई है. रैन बसेरा बनने से सड़क किनारे रात बिताने वालों को राहत मिलेगी. अधिकारी जल्द ही यहां निर्माण कार्य शुरू होने की बात कह रहे हैं.
परिवार के ठहरने के लिए फैमिली रूम
दरअसल, दूर-दराज से आने वाले गरीब तबके के लोग जो शहर में ठहरने के लिये मंहगे होटलों का खर्च वहन नहीं कर सकते हैं, ऐसे लोगों के लिए यह आश्रय स्थल मुफीद साबित होगा. तीन मंजिला इस आश्रय स्थल में पुरूष और महिलाओं के लिए अलग-अलग शयनयान कक्ष की व्यवस्था होगी. इसमें किचन और बाथरूम भी बनाया जाएगा. इसके साथ ही फैमिली रूम भी बनेंगे, जिसमें परिवार के साथ आने वाले लोग एक साथ ठहर सकेगें.
खाना बनाने के लिए बर्तन, ईधन भी मिलेगा
जिला विकास अभिकरण (डूडा) की परियोजना अधिकारी निधि वाजपेई ने बताया कि यहां ठहरने वालों को खाना बनाने के लिये बर्तन और ईधन की सुविधा भी निशुल्क मिलेगी. यह सारी व्यवस्था सरकार के माध्यम से दी जाएगी. यहां ठहरने वालों को चिकित्सा की सुविधा भी मिलेगी. मनोरंजन के लिये प्रथम तल पर बाल क्रीड़ा कक्ष और सामुदायिक कक्ष भी बनेगा.