लखनऊः राजधानी में कोरोना संक्रमण की रफ्तार धीरे-धीरे थम रही है. इसी को देखते हुए शुक्रवार से आम बीमारियों से ग्रसित मरीजों के इलाज के लिए ओपीडी की शुरूआत कर दी गई है. बात बलरामपुर और सिविल अस्पताल की करें तो यहां कहीं मरीज आम बीमारी के इलाज के लिए आए तो कहीं मरीजों की संख्या बहुत कम ही रही. वहीं अलीगंज स्थित बाल महिला चिकित्सक की अध्यक्ष डॉक्टर प्रियंका यादव ने बताया कि अस्पताल की ओपीडी हमारे यहां पहले से ही चल रही थी. हालांकि लोग कम आ रहे थे. गर्भवती महिलाओं को इलाज मिल रहा था. अब मरीजों की संख्या ओपीडी में बढने लगी है. गुरुवार को कुल 100 मरीज ओपीडी में इलाज के लिए आए थे. जबकि शुक्रवार को दोपहर डेढ़ बजे तक 56 मरीज आए हैं.
562 लोग पहुंचे ओपीडी
डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल अस्पताल) के निदेशक डॉक्टर शुभाष चंद्र सुन्द्रियाल ने बताया कि शुक्रवार से ओपीडी सेवाओं की शुरूआत के बाद पहले दिन में कुल 562 मरीजों का उपचार किया गया. उन्होंने बताया कि अस्पताल में 40 कार्डियेक, 261 चेस्ट और मेडिसिन, 16 डेन्टल, 23 ईएनटी, 24 आई, 10 गायने, 67 आर्थो, 17 पीडियाट्रिक, 33 साइकियाट्री, 25 स्किन और 45 सर्जरी के मरीजों ने ओपीडी से उपचार लिया.
बलरामपुर अस्पताल में कम रहे मरीज
सुन्द्रियाल ने बताया कि ब्लैक फंगस संक्रमण को देखते हुए अस्पताल में ईएनटी और ऑप्थैलमों विभाग की ओपीडी पहले से ही संचालित है. वहीं बलरामपुर अस्पताल में मरीजों की संख्या ज्यादा नहीं रही. इलाज के लिए ओपीडी में कुल 76 मरीज आए. जिनमें आंख और ईएनटी विभाग के मरीज ज्यादा रहे, जिन्होंने इलाज लिया. अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर हिमांशु चतुर्वेदी ने बताया कि अस्पताल में वैक्सीनेशन के साथ-साथ ओपीडी की भी शुरूआत कर दी गई है. वहीं वैक्सीनेशन के मरीजों की संख्या ओपीडी में इलाज लेने वाले मरीजों की संख्या के अपेक्षित ज्यादा रही.