लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बीएड प्रवेश परीक्षा 6 अगस्त को होनी है. इस परीक्षा से 2 दिन पहले यानी बुधवार को हड़कंप मच गया. लखनऊ विश्वविद्यालय के स्तर पर की गई जांच में करीब 450 ऐसे अभ्यर्थी मिले हैं, जिन्होंने दो-दो या तीन-तीन ऑनलाइन आवेदन किए. यह सूचना आने के बाद आयोजक सतर्क हो गए हैं. विश्वविद्यालय की ओर से ऐसे अभ्यर्थियों पर विशेष नजर रखी जा रही है. संभावना जताई जा रही है कि फर्जी अभ्यर्थियों को बैठाकर परीक्षा दिलाने के प्रयास किए जा सकते हैं.
लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रवक्ता डॉ. दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि ऐसी संभावना व्यक्त की जा रही है कि ऐसे अभ्यर्थी एक केंद्र पर स्वयं और दूसरे केंद्र पर उनके स्थान पर कोई अन्य व्यक्ति परीक्षा में सम्मिलित हो सकता है. ऐसे अभ्यर्थियों की सूचना संबंधित परीक्षा केंद्रों तक भी पहुंचाई जा चुकी है. ऐसे अभ्यर्थियों पर लगातार नजर रखी जा रही है.
डॉ. दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि संयुक्त प्रवेश परीक्षा बीएड 2021-23 के संचालन में सूचना प्रौद्योगिकी के नवीनतम संसाधनों व आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) व मशीन लर्निंग का प्रयोग किया जा रहा है. इसके प्रयोग से इनके इस प्रयास को निष्फल किया गया है. ऐसे प्रयासों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है ताकि मूल अभ्यर्थी के स्थान पर कोई अन्य व्यक्ति परीक्षा में सम्मिलित न हो सके. यदि मूल अभ्यर्थी के स्थान पर कोई भी अन्य व्यक्ति परीक्षा में सम्मिलित होने का प्रयास करता है तो उसके विरुद्ध कठोर विधिक कार्यवाही की जाएगी.
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परीक्षा से 2 दिन पहले प्रयागराज के एक और परीक्षा केंद्र में फेरबदल की गई है. प्रयागराज में लाला लक्ष्मी नारायण डिग्री कॉलेज में बने परीक्षा केंद्र को श्री राम प्रताप इंटर कॉलेज सिरसा प्रयागराज भेज दिया गया है. बता दें कि एक दिन पहले ही करीब तीन और परीक्षा केंद्रों में फेरबदल किया गया था. इसमें इटावा में बने दो परीक्षा केंद्रों को बकेवर के जनता इंटर कॉलेज में भेजा गया.