लखनऊ: योगी सरकार में चार महत्वपूर्ण आईएएस अधिकारी यूपी से विदाई लेने का मन बना चुके हैं. ये अधिकारी अभी तक महत्वपूर्ण पदों पर तैनात रहे हैं. सरकार में इन अफसरों की दखलअंदाजी थी. इनकी मर्जी से तमाम बड़े फैसले होते रहे हैं और मुख्यमंत्री की पसंद भी माने जाते रहे हैं. ऐसे में अब यह लोग अपनी स्वयं की इच्छा से अगर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जा रहे हैं. ऐसे सवाल उठता है कि यह लोग आखिर विधानसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार क्यों जा रहे हैं. कई अफसर यूपी में दूसरी सरकार बनने और बनते बिगड़ते समीकरण से जोड़कर भी इस घटनाक्रम को जोड़कर देख रहे हैं.
इसे भी पढ़ें- आईएएस बी. चंद्रकला को सहकारिता विभाग में मिला अपर आयुक्त और निबंधक बैंकिंग का अतिरिक्त प्रभार
अभी तक इन पदों पर हैं तैनात
जिन 4 आईएएस अफसरों को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने की केंद्र सरकार से मंजूरी मिल चुकी है उनमें मुख्यमंत्री कार्यालय में तैनात अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल, राजस्व विभाग की अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार, गन्ना एवं आबकारी विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय भूसरेड्डी और प्रमुख सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी शामिल हैं. यह 4 आईएएस अधिकारी योगी सरकार में काफी ताकतवर आईएएस अधिकारी माने जाते हैं. अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल लगातार मुख्यमंत्री कार्यालय में ही तैनात रहे हैं. गोयल पहले प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री तो अब अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री के पद की लगातार जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कोर टीम के यह चारों सीनियर आईएएस अधिकारी अब यूपी को छोड़कर केंद्र सरकार जाने की तैयारी कर चुके हैं.
केंद्र सरकार से मिल चुकी मंजूरी
उत्तर प्रदेश नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग के एक जिम्मेदार अधिकारी ने बताया कि इन 4 आईएएस अधिकारियों को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने की मंजूरी केंद्र सरकार के नियुक्ति एवं कार्मिक मंत्रालय से मिल चुकी है. इन अफसरों ने केंद्र सरकार जाने के लिए खुद से आवेदन किया था, जिसके बाद अब इन्हें केंद्र सरकार जाने की मंजूरी मिल चुकी है. अब इन अफसरों को उत्तर प्रदेश से कब तक रिलीव करके केंद्र सरकार भेजना है यह फैसला मुख्यमंत्री करेंगे.
इसे भी पढ़ें- आईएएस टॉपर सौम्या का सपना, कानपुर देहात को प्रेरणा जिला बनाना
सीएम योगी की टीम 11 का हिस्सा हैं चारों अफसर
सबसे चौंकाने वाली बात तो यह है कि जहां एक तरफ यह अफसर 4 साल से योगी सरकार में महत्वपूर्ण पदों पर तैनात हैं. वहीं सीएम योगी के द्वारा बनाई गई 'सीएम योगी टीम 11' का भी यह चारों आईएएस अधिकारी हिस्सा हैं. सरकार के स्तर पर होने वाले बड़े निर्णय और अन्य रणनीति बनाने में इनका योगदान रहा है. ऐसे में उत्तर प्रदेश छोड़ कर केंद्र सरकार जाने का फैसला इन अधिकारियों द्वारा खुद से करने को लेकर भी तमाम तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं.
नौकरशाही से जुड़े अधिकारी कहते हैं कि यह स्थिति ठीक नहीं मानी जाती कि आप पहले 4 साल तक या उससे ज्यादा समय से महत्वपूर्ण पदों पर तैनात रहें और जब चुनाव की बारी आई तो आप उत्तर प्रदेश छोड़कर केंद्र सरकार में जाने का मन बना लें. स्वभाविक रूप से इसे विधानसभा चुनाव से जुड़ी परिस्थितियों से जोड़कर ही देखा जाएगा.
क्या कहते हैं पूर्व सचिव आलोक रंजन
यूपी के 4 सीनियर आईएएस अधिकारियों केंद्र सरकार जाने की तैयारी और केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति के लिए मंजूरी मिलने के पर सवाल पूर्व सचिव आलोक रंजन ने ईटीवी भारत से बात की. उन्होंने कहा कि आईएएस अफसरों का केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाना एक सामान्य प्रक्रिया है. इसे विधानसभा चुनाव से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए. सरकार में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी अधिकारियों को मिलती रही है. यह एक सामान्य प्रक्रिया है कि अधिकारी लंबे समय तक राज्य में सेवा में रहते हैं और फिर प्रतिनियुक्ति पर केंद्र सरकार में आते-जाते रहते हैं.