लखनऊः प्रदेश में सरकारी कार्यालयों के बिजली बिलों का भुगतान करने के लिए सरकारी खजाने से करोड़ों रुपए खर्च किए जाते थे लेकिन अब उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास अभिकरण (यूपीनेडा) सरकारी कार्यालयों पर सौर ऊर्जा पैनल लगा रहा है. सरकारी विभाग के साथ-साथ, अर्ध सरकारी कार्यालयों में भी सोलर पैनल लगाए जा रहे हैं. यूपी नेडा के मानें तो प्रदेश में 3300 लोग इससे लाभान्वित हो रहे हैं. ऊर्जा संरक्षण को लेकर पूर्वोत्तर रेलवे मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय को यूपीनेडा की ओर से प्रथम पुरस्कार भी मिला था. राजधानी में परिवहन विभाग, जिला प्रशासन विभाग, रेलवे के साथ-साथ अस्पतालों में भी सौर ऊर्जा पैनल लगाए जा रहे हैं.
यूपीनेडा ने दिया प्रथम पुरस्कार
बता दें राष्ट्रीय स्तर पर ऊर्जा दक्षता ब्यूरो द्वारा आयोजित तीसरे राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार 2020 का (एनईसीए) कब सौर ऊर्जा उत्पादन के माध्यम से ऊर्जा संरक्षण और ऊर्जा कुशल एयर कंडीशनर, एलईडी लाइट्स, ऑक्यूपेंसी सेंसर जैसे ऊर्जा कुशल उत्पादों के अनुप्रयोग के लिए भवन श्रेणी में पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल को राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार 2020 दिया गया था.
कॉलोनियों में भी की गई व्यवस्था
पूर्वोत्तर रेलवे के पीआरओ महेश गुप्ता ने बताया कि लखनऊ मंडल ऊर्जा बचत के लिए अनेक प्रभावी कदम उठा रहा है. इसको लेकर ट्रेनों में एलईडी लाइट, मंडल के सभी स्टेशनों और कॉलोनियों में एलईडी लाइटिंग की व्यवस्था की गई है. ऊर्जा के गैर परंपरागत स्रोत सौर ऊर्जा का उपयोग बड़े पैमाने पर किया जा रहा है. साथ ही ऊर्जा दक्ष उपकरणों का प्रयोग सुनिश्चित कर उर्जा खपत में बजट की जा रही है जिससे रेल राजस्व की भी बचत हो रही है. लखनऊ मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय भवन में स्थापित 180 किलोवाट क्षमता के टॉप सोलर पैनल के माध्यम से लखनऊ मंडल पूर्वोत्तर रेलवे ने 2,30,000 यूनिट सौर ऊर्जा का उत्पादन किया है.
235 मेगा वाट कैपेसिटी लगाई
यूपीनेडा के सचिव अनिल कुमार बताते हैं कि प्रदेश में यूपीनेडा एडिशनल एनर्जी डिपार्टमेंट की नोडल एजेंसी है. यूपीनेडा का यह दायित्व है कि जो भी बिजली कोयले या थर्मल एनर्जी पर आधारित है उस को प्रमोट करना काम है. हमारी जो स्कीम है जिसमें केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों का सहयोग मिलता है. इसके तहत हम लोग जो सरकारी बिल्डिंग व इंडिविजुअल बिल्डिंग है. उन्हें कवर करते हैं. अभी तक हम लोगों ने 235 मेगा वाट कैपेसिटी लगाई है. इससे अब तक 3,300 लोग लाभान्वित हुए हैं.