लखनऊः राज्य में कोरोना वायरस भयानक रूप ले चुका है. पिछली बार की तुलना में 30-50 गुना वायरस से संक्रमित लोग मिल रहे हैं. ऐसे मे संक्रमण जहां तेजी से पैर पसार रहा है, वहीं मरीजों के लिए जानलेवा भी अधिक साबित हो रहा है. माह के पहले दिन 30 हजार 317 लोगों में वायरस की पुष्टि हुई. साथ ही 303 की मौत हो गई. अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद के मुताबिक लोग कोविड-प्रोटोकॉल का पालन करें. कोरोना से बचाव के लिए बाहर निकलते वक्त मास्क अवश्य लगाएं.
अस्पतालों में ऑक्सीजन का संकट बरकरार
शहर के अस्पतालों में ऑक्सीजन का संकट बरकरार है. हर रोज आ रहे हजारों मरीजों से गंभीर रोगियों को इलाज मिलना मुश्किल हो गया है. ऑक्सीजन सिलेंडर और आईसीयू बेड के लिए तीमारदार मरीज को लेकर भटकने को मजबूर हैं. उन्हें समय पर इलाज नहीं मिल पा रहा है. इलाज के अभाव में हर रोज कई मरीजों की जान जा रही है. ऑक्सीजन प्लांट पर डॉक्टरों की पर्ची मांगी जा रही है. ऐसे में तीमारदारों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
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38 हजार लोगों ने वायरस को हराया
अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल के मुताबिक यूपी में शनिवार को एक दिन में सर्वाधिक मरीज ठीक हुए. विभिन्न जनपदों में 38 हजार 826 लोगों ने वायरस को हराया. वहीं एक दिन में प्रदेश में सर्वाधिक दो लाख 66 हजार टेस्ट किए गए. इनमें 1 लाख 14 हजार आरटी पीसीआर टेस्ट शामिल है. अब तक सबसे अधिक मरीज एक दिन में 24 अप्रैल को 38,055 पाए गए थे. वहीं सबसे अधिक मौतें 30 अप्रैल को 332 हुईं थी.
वैक्सीन की सवा करोड़ डोज
यूपी में 45 वर्ष से अधिक का भी टीकाकरण चल रहा है. शनिवार को सात जनपदों में 18 से 44 वर्ष तक के लोगों के लिए टीकाकरण शुरू किया गया. अब तक एक करोड़ 25 लाख, 85 हजार 984 लोगों को टीका लगाया गया. इसमें आठ हजार के करीब 18 वर्ष से 44 साल वालों को एक दिन में टीका लगा.