लखनऊः जिले के चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट पर तैनात इमीग्रेशन अधिकारी रामेंदू दीक्षित के मुताबिक शुक्रवार रात करीब 9:00 बजे चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से दुबई वाली फ्लाइट के यात्रियों की इमीग्रेशन जांच हो रही थी. तभी इमीग्रेशन जांच के दौरान दुबई जा रहे 3 महिलाओं के पासपोर्ट और वीजा संदिग्ध लगे. इस पर नेपाली दूतावास द्वारा जारी एनओसी जांच कराने के लिए नई दिल्ली स्थित नेपाली दूतावास पर संपर्क किया गया.
जांच के दौरान तीनों महिलाओं के पासपोर्ट और वीजा फर्जी पाए गए. पासपोर्ट और वीजा फर्जी मिलते ही तीनों महिलाओं को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की गई. तीनों महिलाएं नेपाल देश की निकलीं. पूछताछ में तीनों महिलाओं ने अपना नाम मनमई तमांग, केसरी कसेरा और सीमाना बताया. पूछताछ के दौरान पता चला कि वह तीनों महिला यात्री दुबई में नौकरी करने के उद्देश्य जा रही थीं. इसके लिए उन्होंने अपने सभी दस्तावेज नई दिल्ली निवासी दीपक कुमार और राहुल शर्मा के जरिए बनवाए हैं.
पूछताछ में यह भी पता चला कि तीनों महिलाओं को कम पढ़ी-लिखी होने के कारण उन्हें दस्तावेज के बारे में अभी अधूरी जानकारी है. इसका फायदा उठाकर एजेंट दीपक ने उनके साथ धोखाधड़ी कर दस्तावेज बनाने के नाम पर प्रति यात्री उनसे 40,000 रुपये लिए हैं.
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