लखनऊ: यूपी एसटीएफ ने रविवार को जौनपुर में पेट्रोल पंप पर डकैती के बाद फरार चल रहे 25 हजार रुपये के इनामी बदमाश विश्वजीत जायसवाल उर्फ जीतू को विभूतिखंड में एल्डिको कॉरपोरेट टावर के पास से गिरफ्तार कर लिया. जबकि, उसका साथी चंदन मौके से फरार हो गया. गिरफ्तारी के दौरान विश्वजीत की गर्दन में चोट लग गई. इलाज के बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया. एसटीएफ उसके फरार साथियों की तलाश में दबिश दे रही है. एसटीएफ की मानें तो जीतू अपने गिरोह के साथ लखनऊ में डकैती डालने आया था.
एसटीएफ प्रभारी अनिल सिसौदिया के मुताबिक, सूचना मिली थी कि विश्वजीत अपने साथियों चंदन जायसवाल, बलजीत यादव, श्याम सिंह यादव के साथ गोमतीनगर में छिपा है. ये लोग डकैती डालने के इरादे से यहां आये हैं. इस पर टीम के साथ घेराबंदी कर विश्वजीत को पकड़ लिया. उसके साथ सिर्फ चंदन ही था जो विश्वजीत के घायल होने के दौरान भाग निकला. इन लोगों ने 14 मई को जौनपुर के महाराजगंज इलाके में पेट्रोल पंप पर डकैती डाली थी. उस समय इन लोगों ने पंप पर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी.
सुलतानपुर व जौनपुर में विश्वजीत पर 12 मुकदमे
एसटीएफ के प्रभारी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ सुलतानपुर व जौनपुर में 12 मुकदमे दर्ज हैं. वर्ष 2018 में विश्वजीत के खिलाफ पहला मुकदमा सुलतानपुर में बाइक लूट का लिखा गया था. इसके बाद इसने सात लोगों का गिरोह बना लिया. वर्ष-2018 में इस गिरोह ने कोईपुरीपुर रेलवे स्टेशन से बदलापुर के बीच कई बार चलती ट्रेन में चाकू व पिस्टल के दम पर लूट की. ट्रेन लूट में गिरफ्तार होने के बाद गिरोह जेल से छूटा तो फिर अपराध में ही लिप्त हो गया.
सिपाही को तीन बार मारने की कोशिश की
एसटीएफ के मुताबिक, पेशी के समय एक सिपाही ने विश्वजीत से सख्ती की थी. इस पर उसने सिपाही को धमका दिया था. इसके बाद उसने इस सिपाही को तीन बार मारने की कोशिश की, लेकिन हर बार असफल रहा. विश्वजीत ने एसटीएफ को बताया कि वह लोग 14 मई को बदलापुर के पास दो बाइक लूटने के बाद महाराजगंज में ग्राहक सेवा केन्न्द्र पर लूट करने गये थे पर, उस दिन ग्राहक सेवा केन्द्र बंद मिलने पर इन लोगों ने पेट्रोल पंप पर भीड़ देखकर वहीं डकैती डालने की योजना बना ली थी. फिर कुछ देर में ही पेट्रोल पंप पर धावा बोलकर लूटपाट की थी.
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